
कर्नाटक विधानसभा में शुक्रवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसके तहत पानी की कमी को देखते हुए कावेरी नदी से जुड़े चारों जलाशयों के पानी को सिर्फ पेयजल के तौर इस्तेमाल करने को कहा गया है।
विधानसभा में नेताओं ने जलाश्यों और बेसिन का जलस्तर घटने की गंभीरता पर लंबी चर्चा की इसके बाद विपक्षी दल भाजपा और जेडी(एस) ने विधानसभा और विधान परिषद में इस प्रस्ताव को पेश किया जिसका सत्ताधारी कांग्रेस ने समर्थन किया।
चर्चा में कहा गया कि कावेरी बेसिन में स्थित जलाशयों में पानी की कमी है और अलगे साल मानसून से पहले वहां पेयजल की भी कमी हो सकती है। विधान परिषद में भी एक ऐसा ही प्रस्ताव पेश किया गया जिसमें नेताओं ने जलाशयों की वर्तमान स्थिति का उल्लेख किया, जहां जल स्तर खतरनाक स्तर तक नीचे पहुंच गया है।
विधानसभा और विधान परिषद का यह विशेष सत्र उच्चतम न्यायालय के उस फैसले के बाद बुलाया गया था जिसके तहत 21 सितंबर से कर्नाटक को तमिलनाडु को छह हजार क्यूसेक पानी छोडने को कहा गया था।
Published on:
24 Sept 2016 06:47 am
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