CG Private FM: जगदलपुर को इस स्वीकृति से होगा फायदा
इसमें छत्तीसगढ़ के भी 3 शहर जगदलपुर, अंबिकापुर और कोरबा शामिल हैं। तीनों शहरों में 3-3 चैनल स्वीकृत किए गए हैं। अब प्राइवेट कंपनियां इन्वेस्ट करते हुए रेडियो चैनल (CG Private FM) शुरू कर सकेंगी। केंद्र सरकार ने कहा है कि इससे शहरों की अधूरी मांग पूरी होने जा रही है। अभी भी निजी एफएम रेडियो प्रसारण से अछूते हैं उन्हें इस
स्वीकृति से फायदा होगा। जगदलपुर भी उन्हीं शहरों में शामिल हो गया है। ये चैनल मातृभाषा में नए और स्थानीय कंटेंट पेश करेंगे।
मिलेंगे रोजगार के अवसर
प्राइवेट एफएम चैनल्स का सेट अप काफी बड़ा होता है। यहां पर ज्यादतर काम युवाओं के हिस्से ही होते हैं। अगर एक साथ तीन रेडियो चैनल (CG Private FM) शहर में शुरू होते हैं तो युवाओं को महानगरों के तर्ज पर रोजगार के अवसर मिलेंगे। वे ब्रांडकास्ट इंडस्ट्री से जुड़ पाएंगे। बस्तर में अब तक इस फील्ड का काम शुरू नहीं हो पाया था। युवा इस फील्ड में अलग-अलग तरह का काम करते हुए रोजगार प्राप्त कर पाएंगे। CG Private FM: प्राइवेट एफएम चैनल 24 घंटे प्रसारण की वजह से श्रोताओं के बीच लोकप्रिय बने हुए हैं। बस्तर के लोग जब भी रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई जाते हैं तो प्राइवेट एफएम चैनल (CG Private FM) को सुन पाते हैं। बस्तर के लोग कई सालों से यह मांग करते रहे हैं कि यहां भी एफएम चैनल की स्थापना हो। अब सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बड़ी सौगात देने की लिहाज से तीन चैनलों की शुरुआत को मंजूरी दे दी है। मंजूरी के बाद लोगों की मांग भी पूरी हो गई है।
स्वीकृति के साथ ‘वोकल फॉर लोकल’ पर जोर
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने
‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत प्राइवेट एफएम चैनलों को स्वीकृति दी है। सरकार का उद्देश्य है कि इन चैनल्स के माध्यम से स्थानीय बोली और भाषा का अधिक से अधिक प्रचार हो। केंद्र सरकार की ओर से दी गई स्वीकृति में जगदलपुर अहम है क्योंकि पहली बार सरकार ने नक्सल प्रभावित किसी क्षेत्र को एफएम चैनल की सौगात दी है।
सरकार की ओर से कहा गया है कि इससे नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे, स्थानीय बोली, संस्कृति और ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को बढ़ावा मिलेगा। निजी एफएम रेडियो की स्थापना से नक्सल क्षेत्र में सरकारी पहुंच बढ़ेगी।
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अब इन अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे सरकारी कर्मचारी और उनके परिजन
छत्तीसगढ़ शासन ने शासकीय सेवकों और उनके आश्रित परिजनों के इलाज के लिए 60 अस्पतालों को मान्यता दी है। इस आदेश के बाद से चारों तरफ खुशी की लहर है। इसमें कई बड़े अस्पतालों को मान्यता मिली है।
यहां पढ़ें पूरी खबर.. दूसरे व आखिरी राउंड में प्रवेश के बाद नहीं छोड़ सकते एमबीबीएस की सीट
रायपुर के मेडिकल कॉलेजों में दूसरे व आखिरी राउंड में एमबीबीएस में प्रवेश लेने के बाद छात्र सीट नहीं छोड़ पाएंगे। अगर वे सीट छोड़ते हैं तो अनारक्षित वर्ग के छात्रों को 25 लाख व आरक्षित वर्ग के छात्रों को 20 लाख रुपए पेनाल्टी देनी होगी।
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