बिहार विधानसभा चुनाव में हर बार की तरह इस बार भी बाहुबलियों की किस्मत या फिर उनकी करीबियों की किस्मत दांव पर लगी है। ऐसे ही बाहुबली है बिहार के छोटे सरकार उर्फ विधायक अनंत सिंह। अनंत सिंह मोकामा से बिधायक है। कभी सीएम नीतीश कुमार के बेहद चहेते रहे छोटे सरकार इस चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अनंत सिंह अपने प्रतिद्वंदी जेडीयू कैंडिडेट नीरज कुमार से बढ़त बनाए हुए हैं। कहा जाता है बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी इनके सामने हाथ जोड़ते हुए अभिवादन करते थे।
इस में जेल में हैं बंद बाढ बाजार में 17 जून को महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी। आरोप है कि इसकी जानकारी मिलने के बाद विधायक अनंत सिंह ने अपने लोगों को भेजकर चारों लड़कों को अगवा करवा लिया। इसके बाद अगवा करके लाए गए लोगों में से एक की शख्स की हत्या हो गई थी। पूछताछ में आरोपियों ने अनंत सिंह का नाम लिया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से ही नीतीश कुमार और अनंत सिंह के रिश्तों में खटास आ गई। इसके कुछ समय बाद अनंत सिंह ने नीतीश से रिश्ता तोड़ लिया।
इनके आगे सीएम भी खड़े थे हाथ जोड़े बिहार के इस बाहुबली डॉन को छोटे सरकार के नाम से जाना जाता है। इनकी रसूख का अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि काफी समय पहले एक फोटो सामने आई थी जिसमें बिहार के मौजूदा सीएम नीतीश कुमार अनंत सिंह का हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए नजर आ रहे हैं।
बाहुबली डॉन अनंत सिंह अपने अजीबो-गरीब शौक के चलते हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। चाहे फिर वो भग्गी को लेकर हो या फिर दबाव डालकर दूसरे की मर्सिडीज इस्तेमाल करने को लेकर। इस बाहुबली का एक शौक घर में अजगर पालना भी है। ऐसे ही कई शौक के चलते यह बाहुबली डॉन हमेशा सुर्खियों में रहता है।
छोटे सरकार के नाम से हैं फेमसछोटे सरकार के नाम से चर्चित बाहुबली यह शख्स मकोमा सीट से विधायक है। मोकामा के विधायक अनंत सिंह की पहचान एक बाहुबली नेता की रही है, जिन्हें ‘छोटे सरकार’ के नाम से अपने क्षेत्र में जाना जाता है। इन दिनों अनंत सिंह पुटुश यादव नाम के एक शख्स की किडनैपिंग और हत्या के मामले में जेल में बंद है। गिरफ्तारी से नाराज अनंत सिंह ने पिछले दिनों जनता दल (यूनाइटेड) से इस्तीफा दे दिया था।
मर्सिडीज छोड़ थामी घोड़ा-बग्गीअपने शौक के लिए चर्चित अनंत सिंह ने पेट्रोल बचाने के लिए अपने मर्सिडीज छोड़कर घोड़ा-बग्गी चलाई। अनंत सिंह ने घोड़ा-बग्गी को लेकर विधानसभा गए। बग्गी के इस्तेमाल पर जब अनंत सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैंने ये बग्गी दिल्ली में बनवाई थी। इसके बाद से लगातार मैं घोड़ा-बग्गी चलाता रहता हूं, क्योंकि इसमें पेट्रोल की जरूरत नहीं होती।
READ: बिहार: तीसरी बार हैट्रिक लगाएंगे नीतीश? रुझानों में महागठबंधन को बहुमतकैसे हुआ जुर्म और सियायत का कॉकटेलजुर्म की दुनिया में नाम काम चुके अनंत सिंह ने अब सियासत की सवारी करने का फैसला कर लिया था। धीरे-धीरे उनकी नजदीकियां नीतीश कुमार से बढ़ती गई। जिसके बाद उन्हें 2005 में मोकामा सीट से जेडीयू के कैंडिडेट बनाया गया, वह चुनाव जीतने में कामयाब रहे। यहां से उनका (अनंत सिंह) जुर्म और सियासत दोनों पर राज हो गया।
कहा जाता है इस दौरान अनंत सिंह अलग ही सरकार चलाने लगे थे। उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हुए लेकिन सरकार के दबाव में पुलिस अनंत सिंह का कुछ भी नहीं कर सकी। अनंत सिंह के रसूख का अंदाजा यही से लगाया जा सकता है कि नीतीश कुमार भी उनके आगे कभी हाथ जोड़े खड़े रहते थे।
लालू का घोड़ा लेकर मेले में पहुंचे2007 में जानवरों के मेले में अनंत सिंह लालू यादव का घोड़ा लेकर पहुंचे थे। अनंत सिंह को पता था कि लालू उन्हें अपना घोड़ा नहीं बेचेंगे, इसलिए उन्होंने किसी दूसरे के जरिए लालू के घोड़े को खरीदा था और उसे लेकर मेले में पहुंचे थे। अजगर पालने जैसी अपनी सनक के लिए चर्चित ये विधायक पहले भी कई विवादों में फंस चुके हैं।
निर्दलीय लड़ रहे हैं चुनावविधानसभा चुनाव में अनंत सिंह बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं। सत्तारूढ़ महागठबंधन ने विधान पार्षद नीरज कुमार को मोकामा से प्रत्याशी बनाया है। बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच पांच चरणों में संपन्न हुए मतदान की गिनती आठ नवंबर हो रही है।