पुलिस ने लोकेशन बताई तो परिजनों ने छुड़ाया शर्मा ने बताया कि शाम करीब 4 बजे अंकित उन्हें रस्सी से बांधकर कार में पटक कर अम्बेडकर नगर, उमरैण, काला कुआं, विवेकानंद नगर सहित कई जगहों पर ले गया। उनका फोन नहीं लगने पर परिवार के अन्य लोगों को शक हुआ, जिस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने परिजनों को उनके मोबाइल की लोकेशन बताई। साथ ही शक के आधार पर परिजनों ने अंकित का पीछा किया और रूपबास पुलिया के समीप गाड़ी को पकड़ लिया और उन्हें अंकित के चंगुल से छुड़ाया।
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अक्सर झगड़ा करते हैं, इस बार बुरी तरह पीटा पीडि़त ने बताया कि उनके दो पुत्र विपिन और अंकित है। बड़ा बेटा विपिन अम्बेडकर नगर में रहता है और छोटा बेटा अंकित मालवीय नगर में रहता है। उन्होंने दोनों बेटों को मकान बनाकर दिए हुए हैं। विपिन की ई-मित्र की दुकान है। अंकित को मेडिकल की दुकान खुलवाकर दी, लेकिन उसने बंद कर दी। छोटा बेटा अंकित और उसकी पत्नी पूजा अक्सर झगड़ा करते रहते हैं। जिसके कारण वह अपने बड़े बेटे के पास रहते हैं। इस बार बेटे और बहू ने उन्हें बेरहमी से पीटा। वे दोनों उन्हें मारकर सरकारी नौकरी लेना चाहते हैं। पीड़ित ने थाने में कपड़े हटाकर अपने शरीर पर चोटों के निशान दिखाए।
अनुसंधान कर रहे अरावली विहार थानाधिकारी गुरुदत्त सैनी का कहना है कि पीड़ित की रिपोर्ट के आधार पर उनके बेटे-बहू के खिलाफ बंधक बना मारपीट करने की धाराओं मामला दर्ज किया गया है। मामले में अनुसंधान किया जा रहा है।