काश्तकारों को कहना है कि मिल शुरू करने में होने वाली देरी के कारण पूरा सत्र सही ढंग से नही चलता। वे चाहतें है कि पिराई सत्र सही चले ताकि क्षेत्र में तैयार किसानों का गन्ना पूरा लिया जा सके। क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गन्ने का उत्पादन होता है। ऐसे में किसानों की अपेक्षा रहती है कि मिल प्रबंधन उनका पूरा गन्ना ले ले। मिल सही समय पर शुरू होने पर यह संभव है। फिलहाल मिल प्रबंधन की ओर से बॉयलर आदि का मुहूर्त निकलवाकर इसकी शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है।