मलबे में तब्दील हुआ जरूरत का सामान
वार्ड दो के राजेन्द्र कुमार पुत्र नत्थू राम ने बताया कि शुक्रवार शाम बारिश का पानी घर में घुसने से अफरा-तफरी का माहौल था। इस दौरान घुटनों तक पानी आने से बच्चे जैसे ही कमरों से बाहर निकलकर आए। घर में बने दोनों कमरों की छत धमाके के साथ नीचे आ गिरी। इससे घर की जरूरत के सामान के साथ कमरों में रखा रसोई का सामान भी मलबे में दब गया। और हालात ऐसे हुए कि रात का खाना नसीब नहीं हो सका। हादसे से परिवार के सदस्य सदमे में हैं। पीडि़त राजेन्द्र ने बताया कि वह और उसका भाई दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। छत गिरने से कमरों में रखी चारपाई, संदूक, टीवी, पंखा, मेज, बिस्तर, कपड़े, लकड़ी की अलमारी आदि सब मलबे में तब्दील हो गया है। उन्होंने बताया कि मामले में तहसीलदार को अवगत करवाया गया है। उन्होंने रविवार को मौका मुआयना कर सहायता का भरोसा दिलाया है।
कई वार्डों में हुआ नुकसान…
इसी प्रकार वार्ड दो की सुरजीत कौर पत्नी सतपाल सिंह ने भी ऐसी ही स्थिति बताई। डूंगर राम पुत्र चतरा राम, तीजा देवी पत्नी किशना राम, धन्ना राम, हंस राज, दिलबाग सिंह, जगतार सिंह के अलावा वार्ड तीन के पूर्ण सिंह व वार्ड उन्नीस की गेजो बाई आदि आदि के मकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। वार्ड 19 की पार्षद कमलादेवी रेगर व विनोद रेगर ने बताया कि प्रशासन से मुआवजे की मांग की गई है। उधर, वार्ड सात में कई घरों में बरसात का पानी घुसने से भी कई घरों में नुकसान हुआ है।
‘बरसात से मकान क्षतिग्रस्त होने पर वार्ड दो व तीन के कई प्रभावितों ने मुआवजे की मांग की है। इसके लिए पटवारी को रिपोर्ट बनाकर देने के लिए कहा है। रविवार को मौका मुआयना कर यथासंभव सहायता के प्रयास किए जाएंगे।’
अमरसिंह भनखड़, तहसीलदार श्रीकरणपुर।