एक सप्ताह में तीसरा मर्डर
बता दें कि
श्रीगंगानगर में 11 दिसंबर को हिस्ट्रीशीटर लक्की पहलवान पर कातिलाना हमला हुआ था। तीन बाद उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद 11 दिसंबर को मजदूर अजय उर्फ बबलू खान को गोली मार हत्या कर दी थी। वहीं अब हिस्ट्रीशीटर कुलजीत उर्फ राणा की निर्ममता से हत्या कर दी गई।
ट्रैक्टर यूनियन का चल रहा विवाद
शहर में रेता और मिट्टी सप्लाई करने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली यूनियन का विवाद चल रहा है। एक यूनियन को मृतक कुलजीत उर्फ राणा और दूसरे को गुरजीत सिंह संचालित कर रहा है। इन दोनों गुटों के बीच लंबे समय से अनबन चल रही है। इस विवाद के चलते जानलेवा हमले भी हो चुके हैं। कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी हो चुके हैं। अलग अलग पुलिस थानों में मामले भी दर्ज हुए। वहीं जिला विशेष टीम ने कुलजीत सिंह उर्फ राणा को हथियारों के साथ काबू किया था, लेकिन उसे अदालत से जमानत मिल गई। राणा पर हमले की वजह भी इसी प्रकरण को बताया जा रहा है।
बता दें कि हमलावारों ने राणा पर हमले के दौरान इसका वीडियो भी बनाया और इसे वायरल भी किया। इसके साथ साथ हमलावरों ने गंभीर घायल राणा पर मूत्र भी किया और बोले कि हमसे पंगा लेने का अंजाम अब भुगतो। अलग अलग वायरल हुए इन वीडियो में हमलावरों ने यहां तक बोल दिया कि हमारे लोगों पर हमला करने का अंजाम ऐसे ही किया जाएगा।
राणा ने बनाई थी बाबा गैंग, अपने शरीर पर बनाए थे टेटू
चूनावढ़ थाना क्षेत्र ढीगांवाली जाटान गांव का कुलजीत उर्फ राणा अपराध की दुनिया में अपना दबदबा चाहता था। बाबा माफिया के नाम से गैंग भी बनाई हुई थी। इस हिस्ट्रीशीटर राणा ने अपने बदन पर बाबा नाम से टेटू गुदवा रखे थे। महज पन्द्रह साल की आयु उसने मारपीट की वारदात की थी, तब उसे पुलिस ने निरुद्ध किया था। अपनी लग्जरी लाइफ का झांसा देकर वह झगड़ालू प्रवृत्ति के युवाओं को अपनी गैंग में शामिल करता था।
बाबा गैंग के इस संचालक के खिलाफ पदमपुर में हत्या, पुरानी आबादी, कोतवाली, सदर, लालगढ़ जाटान में हत्या, हत्या के प्रयास और मारपीट के केस दर्ज हुए हैं। इसके अलावा संगरिया व हनुमानगढ़ में भी लूट, डकैती, जमीन कब्जाने के गंभीर अपराध सहित कुल 16 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।