सूचना मिलने पर कृषि विपणन विभाग के संयुक्त निदेशक शिवसिंह भाटी और अन्य अधिकारियों ने आकर किसानों से वार्ता की। इसमें किसानों ने मूंग खरीद के बारे में हो गुणवत्ता निरीक्षक द्वारा की जा रही मनमानी से अवगत कराया। उन्होंने गुणवत्ता निरीक्षक को मौके पर बुलाकर हस्ताक्षर करवाकर मूंग खरीद शुरू कराई। इसके बाद किसानों ने धानमंडी गेट का ताला दोपहर ढाई बजे खोल दिया।
इन्होंने लगाया धरना
गंगानगर किसान संघर्ष समिति के संतवीर सिंह मोहनपुरा, बोबी बराड़, हरजिंद्र मान, मनिंद्र सिंह मान, राजेंद्र सिंह श्रीकरणपुर, रघुवीर ताखर, सुभाष सुथार आदि के साथ अन्य किसानों ने धरना लगाया और धानमंडी गेट पर ताला लगा दिया।
नरमा में अवैध कटौती से कराया अवगत
किसानों ने अधिकारियों को वार्ता में ये भी बताया कि नरमा खरीद के दौरान किसान से 40 क्विंटल तक 20 किलो और इससे ऊपर होने पर 30 किलो की काट अवैध रुप से काटी जा रही है। इस पर अधिकारियों ने काट नहीं काटने के लिए मौके पर ही व्यापारियों को पाबंद कर दिया। वहीं फेक्ट्री तक नरमा ले जाने का किराया भी किसानों ने मांगा तो इसके लिए शीघ्र बैठक करने का आश्वासन दिया।
हस्ताक्षर कर काटे
कमेटी द्वारा जांच करने के बाद बनाई गई रिपोर्ट पर गुणवत्ता निरीक्षक के भी हस्ताक्षर होते हैं। उसने हस्ताक्षर नहीं किए या काट दिए। इससे खरीद रुक गई और किसानों ने तालाबंदी कर दी। ये विवाद मूंग तुलवाकर शांत करवा दिया।
गौरी शंकर, कार्यवाहक महाप्रबंधक क्रय विक्रय सहकारी समिति श्रीगंगानगर।
गुणवत्ता निरीक्षक को हटाया
कमेटी ने मूंग को शुक्रवार को दो बार झार लगाने के बाद सही माना था, लेकिन कमेटी के निर्णय के बाद हस्ताक्षर नहीं करने वाले गुणवत्ता निरीक्षक को यहां से हटाकर दूसरा लगाया है। वहीं नरमा खरीद के दौरान काट का मामला सामने तो नहीं आया है, अगर किसी की काट काटी जाती है तो वह शिकायत कर सकता है। नरमा को फेक्ट्री तक पहुंचाने के किराए के लिए एक दो दिन में व्यापारियों से बात करके फिर किसान संगठनों से भी बैठक करेंगे।
शिव सिंह भाटी, क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक, कृषि विपणन विभाग श्रीगंगानगर।