‘जानवर में थी चीते जैसी फुर्ती’
समाजसेवी शमशेर सिंह ने बताया कि 5 पी का ग्रामीण अर्शदीप सिंह अपने खेत में काम कर रहा था। सुबह लगभग 11 बजे एक जंगली जानवर जिसकी लंबाई 6..7 फीट थी, ने अर्शदीप सिंह पर हमला करने का प्रयास किया, लेकिन अर्शदीप ने जानवर को पहले देख लिया था, जिससे वह सतर्क हो गया और हमले से बच गया। इसके बाद जंगली जानवर पास ही एक टाली के पेड़ पर चढ़ गया और देखते ही देखते सरसों के खेतों से होते हुए नजरों से ओझल हो गया। अर्शदीप ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी, जिसके बाद ग्रामीणों ने आस पास के खेतों में जंगली जानवर की खोज की। इस दौरान जंगली जानवर तो उन्हें कहीं नहीं मिला, लेकिन कई स्थानों पर जानवर के फुट मार्क मिले हैं। अर्शदीप सिंह ने बताया कि जानवर में चीते जैसी फुर्ती थीं। वहीं वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह जानवर चीता नहीं हो सकता है, क्योंकि चीता इस क्षेत्र में नहीं है।
जानवर पकडऩे के लिए संसाधनों का अभाव
हालांकि रायसिंहनगर क्षेत्र में नील गाय को पकडऩे के लिए जाल के अलावा स्थानीय वन विभाग के पास जंगली जानवर को पकडऩे के लिए किसी प्रकार के संसाधन नहीं हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व श्रीगंगानगर क्षेत्र में एक जंगली जानवर दिखाई दिया था, जो कैमरे में भी कैद हुआ था। इस जानवर के वही जानवर होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।