सिंधु ने टूर्नामेंट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “नया साल है, तो नए लक्ष्य हैं, नई जिंदगी है और नया दौर है। मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं। यह मेरे लिए शादी के बाद और नए सीजन का पहला टूर्नामेंट है और वो भी अपने देश में। मैंने पिछले साल चोट की वजह से यह टूर्नामेंट मिस कर दिया था। मैं इसे लेकर तैयार हूं। उम्मीद है कि अच्छा प्रदर्शन करूंगी।”
पीवी सिंधु ने 2017 में इंडिया ओपन जीता था और 2018 में वह उपविजेता रही थीं। इसके बाद 2019 और 2022 में वह सेमीफाइनल तक पहुंचीं, लेकिन 2023 में पहले दौर में बाहर हो गईं। चोट के कारण उन्होंने पिछले साल का सुपर 750 टूर्नामेंट भी नहीं खेला था। स्थानीय प्रशंसकों के समर्थन को लेकर उन्होंने कहा, “यहां हमेशा दर्शकों का अच्छा समर्थन मिलता है। मुझे उम्मीद है कि यहां भी फैंस मेरा साथ देंगे और उनके समर्थन से मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगी।”
पीवी सिंधु का पहला मुकाबला युवा भारतीय खिलाड़ी अनुपमा उपाध्याय के साथ होगा। उन्होंने नई प्रतिभाओं की तारीफ करते हुए कहा, “बहुत सारे युवाओं में प्रतिभा है। वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, कोर्ट पर हर खिलाड़ी एक प्रतिद्वंद्वी होता है, और आप किसी को हल्के में नहीं ले सकते।”
29 वर्षीय पीवी सिंधु ने पिछले महीने सैयद मोदी इंटरनेशनल खिताब जीतकर दो साल का खिताबी सूखा खत्म किया। 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सिंधु के लिए समय चुनौतीपूर्ण रहा। चोट के कारण उन्हें फॉर्म में लौटने में कठिनाई हुई, और 2023 में शुरुआती दौर से बाहर होने के कारण उनकी रैंकिंग टॉप-10 से बाहर हो गई, जो 2016 से बनी हुई थी।
साथ ही, पेरिस ओलंपिक में प्री-क्वार्टर फाइनल में हार के कारण सिंधु लगातार तीसरा ओलंपिक पदक नहीं जीत सकीं। लेकिन अब वह अपनी नई शुरुआत और नए सपनों के साथ मैदान में उतर रही हैं।