गुकेश ने पिछले गुरुवार को उस वक्त सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने सिंगापुर में 14 गेम के मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराया और विश्व चैम्पियनशिप का खिताब हासिल किया । 26 मई से 6 जून तक स्टावेंजर में होने वाला यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट कार्लसन और नए चैंपियन के बीच शतरंज के इतिहास में सबसे अधिक प्रतीक्षित मुकाबलों में से एक हैं।
गुकेश ने इस साल उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उन्होंने टाटा स्टील मास्टर्स जीतकर, शतरंज ओलंपियाड में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। इसके अलावा कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के सबसे कम उम्र के विजेता बने और आखिर में विश्व चैम्पियनशिप का खिताब जीता।
युवा चैंपियन अगले साल नॉर्वे शतरंज में लौटने के लिए उत्सुक हैं। गुकेश ने कहा, मैं नॉर्वे में फिर से दुनिया के सबसे मजबूत खिलाड़ियों का सामना करने के लिए उत्साहित हूं और आर्मगेडन भी मजेदार होगा।” जब उनसे उनकी तैयारियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं हमेशा की तरह तैयारी करूंगा और हर तरह से खुद का सर्वश्रेष्ठ संस्करण बनने की कोशिश करूंगा।”
2023 में, गुकेश स्टावेंजर में तीसरे स्थान पर रहे। अब वह विश्व चैंपियन के रूप में वापस आ गए हैं। कार्लसन को उनके घर में चुनौती देने के लिए तैयार हैं। क्या उभरता सितारा जीत हासिल करेगा, या कार्लसन का अनुभव और घरेलू लाभ जीतेगा?
नॉर्वे शतरंज के संस्थापक और टूर्नामेंट निदेशक केजेल मैडलैंड ने कहा, “यह मुकाबला वाकई अनोखा है और विश्व चैंपियन को दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी के खिलाफ़ खेलते देखना रोमांचकारी है।” उन्होंने कहा, “पूरी दुनिया इस पर नज़र रखेगी और नॉर्वे शतरंज टीम को स्टावेंजर में इस तरह के अविश्वसनीय आयोजन की मेज़बानी करने पर गर्व है।”