दरअसल, मामला कोर्ट में पहले से विचाराधीन है। 16 अप्रैल को मामले की सुनवाई थी, जिसमें करण सिंह उचियारड़ा को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन नहीं हुए। इसके बाद ही कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। हालांकि, करण सिंह के वकील ने कोर्ट में हाजरी दी है। उन्होंने 26 अप्रैल के मतदान के बाद किसी भी तारीख को पेश कर जमानत कराने का विश्वास दिलाया है। मामले की अगली सुनवाई अब 20 मई को होनी है। पूरा प्रकरण करण सिंह की कंपनी मेसर्स गिरनार होटल्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है।
वारंट जारी होने से मचा सियासी बवाल
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की तरह राजस्थान में भी 26 अप्रैल को मतदान होगा। इसी दिन जोधपुर में भी वोटिंग है। चुनाव से पहले करण सिंह की गिरफ्तारी का वारंट जारी होने से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। आपको बता दें कि जोधपुर में करण सिंह के खिलाफ बीजेपी के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हैं। इस चुनाव में दोनों के बीच कड़ी टक्कर है।
चुनावी प्रचार के दौरान दोनों ने एक -दूसरे पर सियासी वार किए हैं। करण सिंह उचियारड़ा ने जहां जोधपुर में जल संकट के लिए शेखावत को जिम्मेदार ठहराया, वहीं शेखावत ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि जोधपुर को केंद्र से भरपूर बजट मिला, लेकिन गहलोत सरकार इसके विकास में बाधा बन गई।