वन विभाग एलर्ट, वर्किंग प्लान बनाकर 24 घंटे कर रहे निगरानी, गश्ती दलों की नियमित हो रही मॉनीटरिंग
हाथियों के साथ तेंदुआ व बाघा का भी मूवमेंट, संवेदनशील क्षेत्रों में बरती जा रही विशेष सतर्कता, आम जन को भी कर रहे जागरुक
शहडोल. टाइगर रिजर्व के साथ ही इसकी सीमा से लगे सामान्य वन क्षेत्रों में भी वन्यजीवों का मूवमेंट बढा है। इसे गंभीरता से लेते हुए वन विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है। बांधवगढ़ में दस हाथियों की मौत व कुछ दिन पूर्व तेंदुओं के मूवमेंट व उसके हमले में कई लोगों के घायल होने की घटना के बाद विशेष ऐहतियात बरती जा रही है। अधिकारियों ने गस्ती दलों के साथ ही वन्यजीवों की निगरानी में लगे मैदानी अमले को सतर्क रहने के साथ ही लोगों को भी जागरुक करने व निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार कार्य करने निर्देश दिए हैं। सामान्य वन क्षेत्र में जहां वन्यजीवों का ज्यादा मूवमेंट रहता है, उन क्षेत्रों में निगरानी और बढ़ा दी गई है।
मूवमेंट पर रखी जा रही नजर, करा रहे मुनादी
वन्यजीवों के मूवमेंट के साथ ही ग्रामीण अंचलों में लोगों को सतर्क रहने लगातार मुनादी कराई जा रही है। मैदानी अमला ग्रामीणों के बीच पहुंच लोगों को जागरुक कर रहा है। सभी को समझाइश दी जा रही है कि वन्यजीवों की मौजूदगी में घबराएं नहीं, उनके साथ छेड़दाड़ न करें और इसकी जानकारी तत्काल वन विभाग को दें। जंगल की सीमा से लगी बस्तियों में निवास करने वाले लोगों को सतर्क रहने कहा जा रहा है।
संसाधन के साथ मानव बल भी कम
वन विभाग के अधिकारियों की माने तो वन्यजीवों के बढ़ते मूवमेंट को देखते हुए इनकी निगरानी के लिए आवश्यक संसाधन के साथ ही मानव बल की भी कमी है। हमारे पास जो भी संसाधन व बल उपलब्ध है उससे हम बेहतर निगरानी के प्रयास कर रहे हैं। वन्यजीव व मानव द्वंद्व की स्थिति निर्मित न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
अधिकारी कर रहे मॉनीटरिंग
वन विभाग का मैदानी अमला वर्किंग प्लान के अनुसार कार्य कर रहा है। वाइल्ड लाइफ टै्रकिंग के साथ ही वनों की सुरक्षा पर भी विशेष फोकस है। टीम बनाकर 24 घंटे निगरानी की जा रही है। साथ ही एसडीओ, डीएफओ इनके कार्य की नियमित मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं। अलग-अलग वन परिक्षेत्र में गस्ती दल तैनात किए गए हैं। यह टीम अपने-अपने निर्धारित क्षेत्र में गस्त कर सभी गतिविधियों पर नजर रख रही है।
केस 01-
दो दिन पूर्व ही जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ढ़ोलर में एक तेंदुआ स्थानीय निवासी शैखू बैगा के घर में घुस गया था। पूरी रात परिवार जनों को घर के बाहर गुजारनी पड़ी। तेंदुए को घर से बाहर निकालने के लिए बांधगवढ़ व संजय टाइगर रिजर्व से रेस्क्यू टीम को बुलाना पड़ा।
केस 02-
एक माह पूर्व जैतपुर वन परिक्षेत्र के लफदा बीट अंतर्गत महरौड़ी व गोहपारू के दिया गढ़ में तेंदुए ने हमला कर दो लोगों को घायल कर दिया था। इसके बाद शहडोल रेंज के खेतौली में भी तेंदुए ने पिकनिक मनाने गए लोगों पर हमला कर दिया था। तेंदुए के इस हमले में 9 लोग घायल हुए थे।
केस 03-
जिले के ब्यौहारी क्षेत्र अंतर्गत संजय टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे ब्यौहारी बफर क्षेत्र में दीपावली के बाद से 18 हाथियों के झुंड का मूवमेंट लगातार बना हुआ है। यह झुंड शाम के बाद किसानों के खेतों व खलिहानों में रखी फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। इससे ग्रामीणों में आक्राश देखने मिल रहा है।
इनका कहना है
वर्किंग प्लान व गाइड लाइन के अनुसार 24 घंटे वन्यजीवों की निगरानी की जा रही है। अमला नियमित गस्त कर रहा है। डीएफओ व एसडीओ लगातार मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं। जो भी संसाधन व मानव बल हैं उनकी मदद से बेहतर निगरानी का प्रयास कर रहे हैं।
अजय पाण्डेय, सीसीएफ शहडोल
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