जेडीए ने हर भवन और कार्यालय के लिए पास का रंग निर्धारित किया है। आयुक्त, सचिव से लेकर इंजीनियरिंग विंग के निदेशकों से मिलने के लिए आसमानी रंग का पास बनेगा। वहीं, उपायुक्त या फिर जोन कार्यालय में जाना है तो सफेद रंग का पास बनवाना होगा।
– विस्तार भवन (बैंक बिल्डिंग): पीला रंग
– कोर्ट बिल्डिंग: हल्का हरा
– नागरिक सेवा केंद्र: गुलाबी
– पार्किंग भवन (द्वितीय व तृतीय तल): सफेद
(ग्राउंड फ्लोर छोडकऱ) ये भी किया
– जेडीए के सभी अधिकारी-कर्मचारी और विभिन्न एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कार्मिक आइडी पहनकर आएंगे।
– पत्रकारों का प्रवेश भी कार्ड के जरिए होगा। पीआरओ सेल की सूची के आधार पर हर माह कार्ड बनाए जाएंगे।
– वकीलों और वादियों के लिए जेडीए और कोर्ट परिसर में प्रवेश निर्बाध रहेगा। जेडीए कार्यालयों में प्रवेश पास से ही दिया जाएगा। विशेष परिस्थितियों में संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के कहने पर निर्धारित समय सीमा से पहले और बाद में भी प्रवेश दिया जा सकेगा।
– अधिकारी या कर्मचारी के विशेष आग्रह पर निर्धारित समय के बाहर भी प्रवेश दिया जा सकेगा।
नई व्यवस्था में पास बनने और सुनवाई के बीच का समय सीमित है। यदि किसी फरियादी को अलग-अलग भवनों में जाना पड़े, तो यह उनके लिए समय और ऊर्जा की बर्बादी साबित हो सकता है। नई पास प्रणाली में इस समस्या के समाधान की कोई व्यवस्था नहीं है। आज भी फरियादियों को फाइलों का स्टेट्स जानने के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं, जबकि जेडीए की ओर से जनहित के काम ऑनलाइन करने का दावा किया जा रहा है।
पार्किंग भवन स्थित जन सुनवाई केंद्र में दोपहर 12:00 बजे से। प्रवेश द्वार पर पास को गार्ड चैक करेगा और यदि कोई गलत बिल्डिंग में प्रवेश कर रहा होगा तो गार्ड की जिम्मेदारी होगी उन्हें सही जगह पहुंचाने की।
राजस्थान सचिवालय में आम लोगों का प्रवेश पास के जरिए ही होता है। जबकि, अन्य पब्लिक डीलिंग ऑफिसेज में नगर निगम, कलक्ट्रेट और जलदाय विभाग में दोपहर तीन बजे बाद लोग अधिकारियों से मिल सकते हैं और यहां पास सिस्टम नहीं है।
पास सिस्टम का उद्देश्य दलालों को रोकना है। यदि कोई खामी पाई जाती है, तो उसे सुधारने के प्रयास किए जाएंगे।
– झाबर सिंह खर्रा, नगरीय विकास मंत्री