घाटे में चल रहे हैं सहकारी बैंक
हरियाणा में चीनी मिलों की तरह सहकारी बैंक भी घाटे में चल रहे हैं। को-ऑपरेटिव बैंकों में हालात यह हैं कि कई बैंक तो पूरी तरह से कंगाल हो चुके हैं। बैंकों के बंद होने की नौबत आ चुकी है। जिसके चलते सहकारिता मंत्री ने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह एकमुश्त कर्जामाफी योजना के बारे में किसानों को जागरूक करें। सरकार ने सहकारी बैंकों के कर्जदार किसानों की ब्याज और जुर्माना राशि माफ करने का ऐलान किया है।
इस योजना के तहत अभी तक करीब 300 करोड़ रुपये की रिकवरी बैंकों में हुई है। योजना 30 नवंबर तक के लिये हैं। इसके तहत किसानों को ब्याज और जुर्माना माफी के तौर पर ही करीब 5 हजार करोड़ रुपये की राहत मिलेगी। इस योजना की समयसीमा बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है।