समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड ने किया था शिलान्याश
चोपना गांव के लोगो का कहना है कि बालू भी नदी से चोरी कर सायकिल से मज़दूर के माध्यम से गिराई जा रही है। प्रधान से खराब काम को लेकर बोलने पर प्रधान भड़क जाते है और कहते है मानक के अनुरूप ही कार्य हो रहा है। बाकी आप लोगों को जो करना है कर सकते है। योगी सरकार में समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड के गृह क्षेत्र ओबरा विधानसभा के चोपन गांव में अमृत सरोवर में भ्रष्टाचार हो रहा हो वो भी तब जब खुद राज्य मंत्री ने चोपन ब्लॉक के बीडीओ के साथ अमृत सरोवर का शिलान्यास किया था।
मानकों को ताख पर रख घटिया सामग्री से हो रहा है निर्माण
जानकारी के अनुसार चोपन गांव में अमृत सरोवर योजन के तहत चयनित तालाब के मध्य गड्ढा करके उसमें से मिटटी और कीचड़ युक्त पानी का प्रयोग किया जा रहा है। जबकि सीमेंट का सबसे बड़ा दुश्मन मिट्टी ही होती है। मिट्टी युक्त पानी और सीमेंट की घोल से हो रही जोड़ाई कितनी दिन चलेगा ये तो सभी जानते है। नियमो को ताख पर रखकर धड्ड्ले से धांधली और भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। मनरेगा मज़दूर भी मनमाने समय से आते है और चले जाते है। इससे निर्धारित समय पर काम पूरा होने की गारण्टी नहीं है।
सचिव को जारी होगा स्पष्टीकरण, टेक्नीकल टीम करेगी निर्माण के गुणवत्ता की जांच
वही चोपन गांव में अमृत सरोवर निर्माण के कार्य को लेकर विकास खण्ड चोपन के बीडीओ शुभम बरनवाल ने कहा कि इस मामले में चोपन गावं के सचिव से स्पष्टीकरण लिया जाएगा और स्पष्टीकरण लेने के बाद टेक्निकल टीम गठित की जाएगी। टेक्निकल टीम खुद मौके पर जाकर देखेगी की स्टीमेट के हिसाब से काम हो रहा है कि नहीं। उसी हिसाब से टेक्निकल टीम जांच करके रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।