कई दिन से कर रही थी मायके जाने की जिद कोन थानाक्षेत्र के रामगढ़ निवासी वारिस अली का बेटा गुलाम रब्बानी (34) घर में ही जूते और चप्पल की दुकान चलाता है। उसकी शादी साल 2020 में महुली निवासी अलकमा परवीन से हुई थी। परिजनों ने बताया कि अलकमा कई दिनों से माये जाने के लिए कह रही थी। इसपर गुलाम मना कर रहा था। शुक्रवार की सुबह दुकान पर ही दोनों में मायके जाने को लेकर बहस छिड़ हुई थी, लेकिन गुलाम रब्बानी ने मना कर दिया।
पैसा लेने से रोका तो उंगली डालकर फोड़ दी आंख इस दौरान आरोप है की अलकमा दुकान के गल्ले से पैसा निकालने लगी जिसपर पति गुलाम रब्बानी ने रोका तो अलकमा ने उसपर डंडे से वार कर दिया। इस वार से उसकी आंख में चोट आ गई, जिसके बाद आरोप है कि अलकमा ने कई बार आंख में अपनी उंगली डालकर आंख फोड़ दी जिससे उसकी पुतली बाहर आकर लटक गई।
पुलिस को दी सूचना, गुलाम को ले गए अस्पताल परिजनों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी और खून से लथपथ गुलाम को लेकर सीएचसी पहुंचे जहां से डॉक्टर ने उसे जिला चिकित्सालय रेफेर किया। यहां डॉक्टर्स ने बताया कि गुलाम की दाहिनी आंख का काफी बड़ा हिस्सा काटकर बहार आ गया और पुतली लटक गई है। ऐसे में वह दाहिनी आंख से अब कभी नहीं देख पाएगा।
पत्नी हिरासत में, दहेज उत्पीड़न का लगाया आरोप घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर पत्नी अलकमा को हिरासत ले लिया। वहीं पीड़ित गुलाम रब्बानी के परिजनों ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में प्रभारी एसओ कोन रविंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि आरोपी पत्नी अलकमा के विरुद्ध संबंधित धराओं में केस दर्ज कर उसका चालना कर दिया गया है। महिला ने भी दहेज उत्पीड़न के प्रार्थना पत्र दिया है जांच कर उसमे अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।