सिविल सर्जन सिरसा डा. महेंद्र भादू व जिला मलेरिया अधिकारी डा. गौरव ने बताया कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया बुखार मच्छरों से फैलते होते हैं। यदि हम मच्छरों को पैदा ही न होने दें तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके लिए हम सबको एक नैतिक सामाजिक जिम्मेदारी के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है, जिसके लिए सप्ताह में एक दिन हमें कुलर को साफ करना, पानी की टंकी, छत, आंगन, प्लांटो में, टूटे फूटे बर्तन, नारियल के खोल, टायर, खराब जूते, फ्रिज की ट्रे, पशु-पक्षियों के पानी पीने के बर्तनों आदि को साफ करना चाहिए। घरों में या आसपास जो भी टूटा फूटा कबाड़ या बर्तन है, उसे निकाल देना चाहिए, ताकि वहां बरसाती पानी इकट्ठा ना हो सके। खड्ढों में जहा पानी होता है, उसमें मिट्टी डालें या काला तेल, मिट्टी का तेल डालें। पूरी बाजू के कपड़े पहनें, हो सके तो घरों के दरवाजे व खिड़कियों पर जाली के दरवाजे लगवाएं, मच्छरदानी का प्रयोग करें।
जब भी कोई बुखार हो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर रक्त की जांच करवाएं, ताकि समय रहते बीमारी को रोका जा सके।