आंधी, तूफान, भीष्ण गर्मी-सर्दी से पक्षियों की सुरक्षा करने में सक्षम
मुरलीधर ने बताया कि इस रैन बसेरा की उंचाई को 60 फुट होगी और इसमें लगभग 3000 पक्षियों के लिए घोंसले बनाए जाएंगे, जो पूरी तरह हवादार होंगे और आंधी, तूफान, भीष्ण गर्मी-सर्दी से पक्षियों की सुरक्षा करने में सक्षम होंगे। इस मौके पर राजयोगिनी बिन्दू ने कहा कि प्रकृति मां प्राचीन काल से हमारी हर प्रकार से पालना कर रही है और इस प्रकृति की शोभा सुन्दर पक्षी लुप्त होते हा रहे हैं। ऐसे में हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम कुदरत की सुन्दरता को बनाए रखने और इन परिंदों के संरक्षण में सहयोगी बनें।