राजस्थान पत्रिका ने चलाया था अभियान
क्षेत्रवासियों की समस्या को देखते हुए पिछले दिनों राजस्थान पत्रिका ने इस मुददे को प्रमुखता से उठाकर समाचार अभियान चलाया था। पत्रिका ने लगातार कई खबरें प्रकाशित कर आबूरोड सीएचसी को उपजिला अस्पताल में क्रमोन्नत करने की ओर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया था। इस पर अब जाकर क्षेत्रवासियों की यह मांग पूरी हुई है। बजट में वित्त मंत्री दीया कुमारी ने आबूरोड में उप जिला अस्पताल समेत जिले में कई सौगात दी। अस्पताल के क्रमोन्नत होने से सुविधाओं में विस्तार के साथ ही चिकित्सकों की संख्या और स्टाफ में बढ़ोतरी होगी। वर्तमान में चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में यह केवल रेफरल अस्पताल बनकर रह गया था। अब अस्पताल के क्रमोन्नत होने से यहां मरीजों को बेहतर उपचार की सुविधा मिलेगी।
भाखर क्षेत्र के गांवों की तहसील मुख्यालय से होगी कनेक्टिविटी
आबूरोड उपखंड और देलदर तहसील के सृजन के बाद बत्तीसा नाला बांध बनने से देलदर तहसील मुख्यालय और तहसील के अधीन आने वाले भाखर क्षेत्र के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली देलदर-निचलागढ़ सड़क के बंद होने से यहां के लोगों को पिछले कई वर्षों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कई गांवों के लोगों को तहसील मुख्यालय आने के लिए 30-40 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ रहा था। बजट घोषणा में देलदर से टांकिया तक 12 किलोमीटर की सड़क के लिए 25 करोड़ की घोषणा की गई है। इसके अलावा किवरली गांव के राजस्व गांव पांडूरी के बीच बनास नदी पर 7.70 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण करवाया जाएगा। इस पुल की मांग को लेकर लम्बे समय से मांग उठाई जाती रही थी। नदी में पुल नहीं होने से पांडूरी के लोगों को पंचायत मुख्यालय व किवरली के ग्रामीणों को शहर आने के लिए लम्बी दूरी तय करनी पड़ती थी। सिरोही में इन दोनों समस्याओं को लेकर पत्रिका ने समय-समय पर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करवाया था।
कैलाश नगर को सीएचसी की सौगात, मिलेगा बेहतर उपचार
बजट में सरकार ने कैलाश नगर पीएससी को सीएससी में क्रमोन्नत करने की सौगात दी है। इससे क्षेत्र के मरीजों को लाभ होगा। मरीजों को अब छोटे मोटे उपचार के लिए सिरोही या शिवगंज नहीं जाना पड़ेगा। गांव में सीएचसी की घोषणा से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। ग्रामीण लम्बे समय से इसकी मांग करते आ रहे थे, जो अब पूरी हुई है। अब कैलाश नगर में सीएचसी होने पर क्षेत्र के मरीजों को 24 घण्टे उपचार सुविधा गांव में ही मिल सकेगी।