उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान कानून के जानकार बताते हैं कि धारा ४६७ के तहत उम्रकैद या १० साल तक की सजा हो सकती है। यह एक गैर जमानती, गैर-संज्ञेय अपराध है।
थानाप्रभारी को चार्जशीट दी… पालड़ी एम थाना प्रभारी माया पंडित को आरोपी मूल सिंह के साथ मंच साझा नहीं करना चाहिए था। वैसे यह मामला मेरे संज्ञान में आने के बाद थानाप्रभारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए चार्जशीट दी है। उनके पास से जांच बदलकर जावाल चौकी प्रभारी को सौंपी है।
-धर्मेन्द्रङ्क्षसह, एसपी, सिरोही पालड़ी एम थानाप्रभारी माया पंडित से बातचीत… पत्रिका: एक वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें एक आरोपी मूलङ्क्षसह के साथ आप मंच साझा करती दिख रही है। इसमें कितनी सच्चाई है?
थानाप्रभारी माया: हमें नाकाबंदी के दौरान सूचना मिली थी कि गांव में कोई कार्यक्रम हो रहा है। इसलिए कोविड नियमों के तहत पाबंद कराने के लिए कार्यक्रम स्थल गए थे।
पत्रिका: आप बिना वर्दी के सादे कपड़ों में पाबंद कराने गई थी…तो क्या पाबंद किया?
थानाप्रभारी माया: जो पहनावा पहना हुआ था उसी में निकल गए। वहां हमने कोविड नियमों के पालना की बात भी कही?
पत्रिका: यदि पाबंद कराने के लिए गई थी तो वहां आप अतिथि कैसे बन गई?
थाना प्रभारी माया: गांव वालों का सम्मान रखना पड़ता है। वैसे मैं वहां ज्यादा नहीं रुकी।
पत्रिका: आरोपी के मंच पर पहुंचने पर आप उनके सम्मान में खड़ी क्यों हो गई…?
थाना प्रभारी: ऐसा कुछ नहीं है। मैंने ही तो कोर्ट में बताया कि आरोपी मूलसिंह फर्जी दस्तावेज बनाए हैं। इसलिए तो जमानत खारिज हुई है।
फोटो कैप्शन…कार्यक्रम स्थल पर आरोपी के सम्मान में खड़ी हुई थानाप्रभारी माया पंडित(हरे कपड़ों में )। पालड़ी एम थानाप्रभारी माया पंडित से बातचीत… पत्रिका: एक वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें एक आरोपी मूलङ्क्षसह के साथ आप मंच साझा करती दिख रही है। इसमें कितनी सच्चाई है?
थानाप्रभारी माया: हमें नाकाबंदी के दौरान सूचना मिली थी कि गांव में कोई कार्यक्रम हो रहा है। इसलिए कोविड नियमों के तहत पाबंद कराने के लिए कार्यक्रम स्थल गए थे।
पत्रिका: आप बिना वर्दी के सादे कपड़ों में पाबंद कराने गई थी…तो क्या पाबंद किया?
थानाप्रभारी माया: जो पहनावा पहना हुआ था उसी में निकल गए। वहां हमने कोविड नियमों के पालना की बात भी कही?
पत्रिका: यदि पाबंद कराने के लिए गई थी तो वहां आप अतिथि कैसे बन गई?
थाना प्रभारी माया: गांव वालों का सम्मान रखना पड़ता है। वैसे मैं वहां ज्यादा नहीं रुकी।
पत्रिका: आरोपी के मंच पर पहुंचने पर आप उनके सम्मान में खड़ी क्यों हो गई…?
थाना प्रभारी: ऐसा कुछ नहीं है। मैंने ही तो कोर्ट में बताया कि आरोपी मूलसिंह फर्जी दस्तावेज बनाए हैं। इसलिए तो जमानत खारिज हुई है।
फोटो …कार्यक्रम स्थल पर आरोपी के सम्मान में खड़ी हुई थानाप्रभारी माया पंडित(हरे कपड़ों में )।