राजस्थान के इस जिले में सोना ही सोना, अब निकालने का काम होगा शुरू; मालामाल होने वाला है प्रदेश
तापमापी के पारे में आए उछाल के चलते न्यूनतम तापमान 6.8 व अधिकतम तापमान में 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लोगों ने सर्दी से बचाव को लेकर ऊनी कपड़ों का सहारा लिया। कई जगह लोग अलाव तापते नजर आए। सवेरे आसमान में छाए हल्के बादलों के बीच से सूर्योदय के मनभावन नजारे भ्रमणकारियों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। भ्रमणकारी पर्यटकों ने सड़कों व बाजारों में चहलकदमी करते हुए वादियों के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारा। कई लोगों ने सवेरे सर्द मौसम के बीच पोलोग्राउंड, नक्की झील परिक्रमा पथ, देलवाड़ा, ओरिया मार्ग आदि स्थानों का भ्रमण किया। दिन के समय पर्यटकों ने खुशनुमा मौसम के बीच भी दर्शनीय स्थलों का अवलोकन कर माउंट आबू की यात्रा को यादगार बनाया।Kota Greenfield Airport: कोटा के नए एयरपोर्ट के लिए डाबी से आएगा पत्थर, गामछ से मिट्टी, जानें क्या-क्या होगा खास
दिसंबर में चेलगी शीतलहर
मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर के पहले सप्ताह में शीतलहर चलने की पूरी संभावना है। जिस तरह से पिछले सप्ताह श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर सहित कई जिलों में कोहरे का प्रकोप था। उसी तरह का प्रकोप एक बार फिर बनने वाला है। तीन चार दिन की मामूली राहत के बाद शीतलहर का असर नजर आना शुरू हो सकता है।