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सिंगरौली

चिमनी से रोशन होता है गांव के मुखिया का घर, MP के इन गांवों में आज तक नहीं पहुंची बिजली

कुसेंड़ी गांव में नहीं पहुंची है बिजली, सरकार के विद्युत विहीन गांव के दावे हवा-हवाई, जमीनी हकीकत में कई गांव अंधेरे में

सिंगरौलीMay 03, 2018 / 06:41 pm

Vedmani Dwivedi

name of villages without electricity in india

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वेदमणि द्विवेदी@सिंगरौली। जनपद पंचायत देवसर के ग्राम पंचायत कुसेंड़ी के अंतर्गत तीन गांव हैं। कुड़रिया, कुसेंड़ी और टिकट। कुसेंड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच हैं बैकुण्ठ प्रसाद तिवारी। इस गांव में आदिवासियों (गोड़ एवं बैगा जाति) की जनसंख्या काफी ज्यादा है। कुछ घर अन्य जातियों के भी हैं। जैसे यादव, ब्राह्मण एवं ठाकुर। सरपंच का छोटा सा घर है। भले ही भारत सरकार यह कहे कि प्रत्येक गांव में बिजली पहुंच गई है, लेकिन कुसेंड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच बैकुंठ प्रसाद तिवारी के यहां अभी भी बिजली नहीं पहुंची है।
चिमनी या फिर लैंप के सहारे ही प्रकाश होता है। यही हालत करदा की भी है। सरपंच बैकुण्ड प्रसाद बताते हैं कि तत्कालीन कलेक्टर शशांक मिश्रा एक बार उनके गांव में आए थे। उनसे निवेदन किया गया था कि बिजली की सप्लाई करा दी जाए। उन्होंने प्रस्ताव बनाकर देने को कहा था। प्रस्ताव बनाकर दिया भी गया, लेकिन आज तक बिजली नहीं आई।
दो दर्जन से ज्यादा गांवों में लाइट नहीं
महज ग्राम पंचायत कुसेंडी ही नहीं ऐसे करीब दो दर्जन से ज्यादा गांव हैं जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है। भले ही भारत सरकार यह दावा करे की उसने देश के प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचा दी है लेकिन हकीकत यह नहीं है। हकीकत कुसेंड़ी और करदा जैसी ग्राम पंचायत में जाने पर ही पता चलता है। इस बात को विद्युत कंपनी के अधिकारी भी जानते हैं कि जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है। जहां के लोग केरोसीन से चिमनी जलाकर ही प्रकाश करते हैं।
डीई ने साधी चुप्पी
मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमि.के सिंगरौली ग्रामीण डीई मृगेंन्द्र सिंह चंदेल से जब पूछा गया कि जिले के कितने गांव ऐसे हैं, जहां पर बिजली की सप्लाई नहीं हुई है। तो उन्होंने कहा लगभग सभी गांव में बिजली पहुंच चुकी है। जब उनसे कहा गया कि कुसेंडी गांव में बिजली नहीं पहुंची है, इसी तरह और भी गांव हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है। तो उन्होंने चुप्पी साध ली। कुछ देर बैठने को कहा। दूसरे काम में व्यस्त हो गए।
बिजली विभाग ने खुद तैयार की है लिस्ट
बिजली विभाग ने करीब 50 से ज्यादा ऐसे ग्राम पंचायतों की लिस्ट तैयार की है। जहां के कुछ गांव में बिजली नहीं पहुंची है। इन गांव का प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा गया था, लेकिन स्वीकृत नहीं मिली। जिसकी वजह से लंबित पड़ा हुआ है। बिजली विभाग ने जिन गांव की सूची तैयार की है।
इन ग्राम पंचायतों के गांव है बिजली विहीन
बिजली विभाग के सूत्रों की माने तो ऐसी करीब 50 ग्राम पंचायतें हैं जहां के कई गांव में बिजली नहीं पहुंची हैं। विभाग की तैयारी सूची में ग्राम पंचायत आमों के अंतर्गत आने वाले गांव में बिजली नहीं पहुंची है। इसी प्रकार अतरवा, बड़कुड़, बदराम, बगदरा कला, बहेरी, बंधा, बर्दी, भरसेंड़ी, बीछी, बोड़ी, बूढ़ाडांढ़, चटनिहां, छमरछ, ढ़ोंगा, डोढ़की, हर्दी, जोबा, जुडवार, कथुरा, खम्हरिया, खधौंली, कुंदवार, कुसेंडी, क्योंटली, लोहदा, पुरैल सहित कई ऐसी ग्राम पंचायतें हैं जहां के गांव में बिजली नहीं पहुंची है।
5 महीने पहले हुआ था 52 गांव का सर्वे
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्याति योजना के अंतर्गत जिले के 52 गांव में सर्वेक्षण हुआ। सर्वेक्षण के बाद स्वीकृति के लिए मुख्यालय जबलपुर भेजा गया था, लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। जिसकी वजह से काम नहीं हुआ। नवंबर 2017 में हुई जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक के कार्यवाही विवरण में इसका उल्लेख है। इसके बावजूद यदि प्रशासन यह कहे कि जिले के प्रत्येक गांव तक बिजली पहुंच गई है तो फिर कहा जा सकता है कि लोगों के आंख में धूल झोंकने का प्रयास किया जा रहा है।
इन गांव में नहीं पहुंची है बिजली
कुडरिया, कुसेंड़ी, टिकट, लोहदा, माचीकलान, मझगवां, मझिगवां-1, मकरी, पुरैल, उज्जैनी, तिनगुड़ी, अतरवा, बूढाडांड, चटनिहा सहित और भी कई गांव हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है।

जिले के लगभग सभी गांव तक बिजली पहुंच गई है। कुछ टोले-मजरे हैं जहां अभी बिजली नहीं पहुंची है।
मृगेन्द्र सिंह चंदेल, डीई ग्रामीण

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