Three Trucks Caught Fire After Collision: Three Trolls Caught Fire After Collision: फतेहपुर-सालासर हाइवे पर बीकमसरा-मरडाटू गांव के बीच में आमने-सामने से निकल रहे तीन ट्रोले आपस में भिड़ गए। तीन ट्रोलों में भिडंत के बाद आग लग गई। आग से ट्रोलों के अंदर ही दो लोग जिंदा जल गए। चार लोगों को गंभीर अवस्था में निकाला गया। फतेहपुर आग की सूचना मिलने के बाद भी डेढ़ घंटे की देरी से पहुंचे। ग्रामीण पुलिस से उलझ गए। हादसे की सूचना मिलने पर सीकर एएसपी देवेंद्र शर्मा, फतेहपुर डीएसपी कुशाल सिंह सहित लक्ष्मणगढ़, नेछवा के अलावा कई थानाधिकारी जाप्ते के साथ पहुंचे। आग की सूचना मिलने पर सीकर, फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ से फायर ब्रिगेड की गाडियां पहुंची। आग बुझाने के लिए करीब 20 फेरे लगाएं। चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। देर रात करीब दो बजे तक पुलिस बचाव कार्य में जुटी रही।
जानकारी के अनुसार एनएच-65 सालासर-फतेहपुर नेशनल हाइवे पर भीकमपुरा-मरडाटू गांव के बीच में होटल से दो ट्रोले खाने के बाद निकले। कुछ ही दूरी पर चलने के बाद सामने से आ रहे एक ट्रोले ने ओवरटेक किया और सामने से आ रहे ट्रोले से भिड़ गया। चावल से भरा एक ट्रोला बीच में ही फंस गया। तीन ट्रोलों के आपस में टकरा जाने से तेजी से धमाके की आवाज आई। हादसे के तुरंत बाद तीन ट्रोलों में आग लग गई। तीन ट्रोलों के केबिनों में दूर से ही आग का गोला दिखाई देने लगा। केबिन भी आपस में फंस गए थे। धमाके की आवाज सुनकर पास के होटलों से कर्मचारी निकल कर पहुंचे।
आग लगने से घायल
दोनों मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। हादसे में विक्रम पुत्र रामकला निवासी हरियाणा, बलराज पुत्र राजपाल निवासी हरियाणा, राजेश पुत्र सौकतराम निवासी हरियाणा व भैरुराम पुत्र बेजाराम निवासी किशनगढ़ अजमेर घायल हो गए। चारों घायलों को फतेहपुर के धानुका अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने मृतकों के शवों को अस्पताल में भिजवा दिया है। दोनों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
ग्रामीण थानाधिकारी से उलझे, सिर में हल्की चोटें आई
आग लगने की सूचना पुलिस को देरी से मिली। घटनास्थल करीब 20 किलोमीटर बताया जा रहा था। लोगों का आरोप था कि फतेहपुर सदर थानाधिकारी आलोक पूनियां करीब डेढ़ घंटे के बाद मौके पर पहुंचे। उनके पहुंचने के बाद लोग झगड़ा करने लग गए।
ग्रामीणों और पुलिस के बीच में काफी तीखी नोंक-झोंक हो गई। लोग पुलिस से हाथापाई करने लग गए। लोगों का आरोप था कि पुलिस और हाइवे कर्मचारियों को सूचना देने के बाद भी डेढ़ घंटे तक नहीं पहुंचे। दो लोग बचाओं-बचाओं करते हुए जिंदा जल गए। लोगों में काफी आक्रोश था। थानाधिकारी आलोक पूनियां के सिर में हल्की चोंटे आई। विवाद होने की सूचना मिलने पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों से झगड़ा करने की बजाए बचाव कार्यों को कराने के लिए कहा। समझाइश के बाद लोग बचाव में जुटे। कमांडो व क्यूआरटी के साथ आरएसी का जाप्ते को भी बचाव के लिए भेजा गया।
पास में लगी टयूबवैल से भरकर लाए फायर ब्रिगेड : आग पर काबू पाने के लिए तीन फायर ब्रिगेड को भेजा गया था। तीनों गाडियों ने आग बुझाने के लिए करीब 20 फेरे लगाए। लोगों ने गाडियों में आग बुझाने के लिए पानी भरने के लिए खेतों में टयूबवैल चला दिए। टयूबवैल से पानी भरकर मौके पर गाडियां गई।
हर आदमी मदद के लिए जुटा हुआ था। करीब तीन घंटे में आग पर काबू पाया गया। वहीं करीब 6 घंटे तक प्रशाासन बचाव कार्य में लगा रहा। आग के बाद हाइवे पर लंबा जाम लग गया। सडक़ के दोनेां ओर वाहनों से उतर कर लोग उतर कर आ गए। देर रात करीब दो बजे तक पुलिस व ग्रामीण सडक़ से जले हुए ट्रोलों को हटाने के लिए जुटे रहे। करीब तीन क्रेनों को बुलाया गया। क्रेनों की मदद से तीनों जले हुए ट्रोलों को हटाया गया।