राजस्थान के सीकर जिले के कांवट में वर्षों से बंद पड़े बालाजी के मंदिर में युवकों को फंदे पर झूलते हुए देख ग्रामीणों में हडक़ंप मच गया। जानकारी के अनुसार इलाके के गांव जुगलपुरा स्थित ढाणी डुंगरी वाली में कई सालों से बंद पड़ी तेल मिल के पास एक खेत में बने बालाजी मंदिर में रविवार सुबह एक युवक का शव फांसी के फंदे से लटका मिला। ग्रामीणों ने शव को लटका देख इसकी सूचना जुगलपुरा सरपंच को दी। पुलिस ने शव को नीचे उतारा और कांवट सीएचसी लेकर आई। चौकी प्रभारी धन्नालाल जाट ने बताया कि मृतक सुरेंद्र सिंह बिदावत ढाणी बुद्धसिंह वाली तन पदमपुरा का निवासी था। परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। थोई सीएचसी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने बताया कि युवक की पत्नी और बच्चों से मिलने दो दिन पहले अपने ससुराल गया था। शनिवार को ससुराल से घर लौटा और वापस कांवट जाने की बात कहकर घर से निकल था।
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वर्षों से बंद था मंदिर
ग्रामीणों के अनुसार खेत में स्थित बालाजी का मंदिर कई सालों से बंद पड़ा हुआ था। वहां कोई भी आता-जाता नहीं था। लेकिन युवक का शव फांसी पर लटकता देख ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
दो दिन पहले ही गया था ससुराल
पुलिस ने बताया युवक सुरेंद्र दो दिन पहले ही अपने बच्चों और पत्नी से मिलने ससुराल गया था। लेकिन वापस कांवट जाने की बात कहकर घर से निकल गया।