एसके अस्पताल में दो कमियां
एमसीआई टीम ने एसके अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में रोस्टर सिस्टम, नेत्र रोग के लिए अलग से टेबल नहीं होना और रेजीडेंट्स के हॉस्टल में नहीं ठहरने को कमी माना। जिसमे से रेजीडेंट हॉस्टल को तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार इस काम में एक से दो माह लगेंगे।
एमसीआई टीम ने एसके अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में रोस्टर सिस्टम, नेत्र रोग के लिए अलग से टेबल नहीं होना और रेजीडेंट्स के हॉस्टल में नहीं ठहरने को कमी माना। जिसमे से रेजीडेंट हॉस्टल को तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार इस काम में एक से दो माह लगेंगे।
निरीक्षण के लिए पत्र भेजना होगा सांवली में मेडिकल कॉलेज शुरू कराने के लिए एमसीआई को खामियां दूर करने के बाद निरीक्षण के लिए पत्र और खामियों को पूरा करने के साथ ही फोटोग्राफ को एमसीआई को भेजना होगा। इसके बाद ही जांच के लिए कम्प्लाइंस टीम आएगी। इसके बाद ये टीम एमसीआई को अपनी फाइनल रिपोर्ट देगी। इसके एमसीआई बोर्ड रिपोर्ट की जांच कर इस पर अपनी मुहर लगाएगा। इसके बाद सबकुछ ठीक होने पर लैटर ऑफ परमिशन एलओपी जारी होगा। एलओपी जारी होने के बाद नीट में सफल होने वाले विद्यार्थियों को सीकर का मेडिकल कॉलेज का ऑप्शन मिलेगा।
इनका कहना है
एमसीआई की ओर से निरीक्षण के दौरान निकाली गई अधिकांश खामियों को पूरा कर लिया है। भामाशाह के जरिए बजट लेकर खामियां पूरी की जा रही है। पूरा प्रयास है कि एमसीआई के अंतिम निरीक्षण से पहले खामियों को पूरा करने को प्रयास किया जा रहा है।
डा. केके वर्मा, प्रिंसीपल सीकर मेडिकल कॉलेज