विधायक के कहने पर हुआ हंगामा: पालिकाध्यक्ष महंत
बैठक में हंगामे को लेकर पालिकाध्यक्ष हरि नारायण महंत ने श्रीमाधोपुर विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा है। महंत का आरोप है कि विधायक के कहने पर ही कांग्रेस पार्षद सदन नहीं चलने देने की योजना बनाकर आए थे। इसी वजह से पूरे समय वे हो- हुल्लड़ करते रहे।
भाजपा में आपसी सहमति नहीं
इधर मामले में विधायक दीपेंद्र सिंह ने पालिकाध्यक्ष व भाजपा पार्षदों पर सदन नहीं चलने देने का दोष मढ़ा। उन्होंने कहा कि बोर्ड भाजपा का है। पालिकाध्यक्ष व मुद्दे भी भाजपा के थे। पार्षदों की लिखित में स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग पर ही अध्यक्ष ने बैठक में प्रस्ताव रखा था। फिर उन्हीं के लोगों ने प्रस्ताव का विरोध किया। इससे साफ है कि पालिकाध्यक्ष व उनके पार्षद ही नगरपालिका का विकास नहीं चाहते।
मत विभाजन में हार का डर
इधर, सदन में हंगामे की वजह भाजपा पार्षद मत विभाजन की मांग को भी बता रहे हैं। उनका कहना था कि चूंकि नगर पालिका में कुल 35 पार्षदों में से 18 भाजपा व 17 कांग्रेस के हैं। जिनमें से कांग्रेस के एक पार्षद राजेश कुमार की अनुपस्थिति में मत विभाजन में कांग्रेस को अपनी हार नजर आ रही थी। ऐसे में कांग्रेस पार्षदों ने जानबूझकर हंगामा कर बैठक स्थगित करवाई।