उसमें भी एक ही गैंग का आधिपत्य बना दिया है, जिससे वे सभी बदमाश आराम से अंदर बैठकर अपनी गैंग से चला सके। हाई सिक्योरिटी जेल को केवल आनंदपाल गैंग के लिए छोड़ दिया और यहां उनकी विरोध गैंग का कोई बदमाश नहीं है। वहीं ठेहट गैंग के जयपुर से अपना गिरोह संचालित कर रही है।
वहां उनकी विरोध गैंग का कोई बदमाश नहीं है। खास बात यह है कि अब तक तीन शिकायतें पुलिस की ओर से दर्ज हो चुकी हैं और तीनों में लिखा गया है कि जेलकर्मियों ने सहयोग नहीं किया। इसके बाद भी जेल विभाग इसको लेकर गंभीर नहीं है।
इससे जुड़े सभी बदमाशों को हाई सिक्योरिटी जेल में भेजा गया है। इस जेल में करीब सत्तर बंदी हैं। जिनमें से बीस अकेले इसी गैंग के हैं। विरोध ठेहट गैंग का कोई गुर्गा यहां नहीं है। ऐसे में आंनदपाल के गुर्गे यहां से आसानी से अपनी गैंग चला रहे हैं7
इस गैंग के बदमाशों को हाई सिक्योरिटी जेल में नहीं भेजकर सभी को जयपुर जेल में रखा गया है। वहां इनका गिरोह बन रहा है। खास बात यह है कि इनकी विरोध गैंग का कोई बदमाश जयपुर जेल में बंद नहीं है।
आनंदपाल के दोनों भाई रूपेन्द्र पाल उर्फ विक्की, मंजीत सिंह, उसकी गैंग के सुभाष बराल, लॉरेंस विश्नोई, हनुमान सिंह व मोंटी समेत कई मुख्य बदमााश एक साथ हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है।
ठेहट गैंग का मुख्य सरगना राजू ठेहट , शंकर जाजोद समेत कई प्रमुख गुर्गे अभी जयपुर जेल में बंद है। यहां पर आनंदपाल गैंग का बदमाश नहीं है। रिपोर्ट भेजी
सीकर एसपी विनित कुमार का कहना है कि जेल प्रशासन की जो शिकायत मिली है वह उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। ऐसे गंभीर मामलों में वहीं से कार्रवाई होगी।