माहेश्वरी ने कहा सरकार के पिछले कार्यकाल में विश्वविद्यालय की घोषणा हुई थी। सरकार बदलने के बाद पांच साल में नहीं हुआ। सरकार के सत्ता में आते ही कुलपति की नियुक्ति कर दी, लेकिन कुलपति ने गाड़ी में बैठने के बाद एक साल में एक्सीलेटर दबाने का कार्य किया है। विवि के पास आज 61 एकड़ जमीन हो गई है।
सरकार ने पिछले बजट में इस विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए साढ़े 12 करोड़ रुपए मंजूर किए थे। नक्शा बनकर तैयार हो गया। वर्क ऑडर होने के बाद आरएसआरडीसी के माध्यम से इस काम को शुरू कर रहे हैं। इसी दिन कला, वाणिज्य व विज्ञान महाविद्यालय भवन का शिलान्यास भी अतिथियों ने किया। इन सब में सरकार ने छह-छह करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। कन्या महाविद्यालय की अलग से घोषणा हुई थी। लेकिन शुरू नहीं हुआ था, उसे भी शुरू किया गया है।
तीनों ब्लॉकों का काम एक साथ होगा
उन्होंने कहा कि विवि भवन के तीन ब्लॉक बनेंगे। विवि स्वयं के बजट से तीनों ब्लॉकों का काम एक साथ शुरू करेगा। करीब सौ करोड़ रुपए की लागत से विवि का पूरा भवन बनेगा। उन्होंने कहा जब दिल्ली संसद में जाते है, तो राष्ट्रपति भवन आता है। भवन के दोनों ओर नोर्थ व साउथ ब्लॉक बने हुए हैं। इसी तरह पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विवि भवन बनेगा।
जल्द मिलेंगे व्याख्याता
माहेश्वरी ने कहा कि हमारी सरकार ने साढ़े 12 सौ पद व्याख्याताओं के स्वीकृत किए हैं। इन पदों को भरने का कार्य चल रहा है। आरपीएससी के माध्यम से इनके साक्षात्कार भी हुए है। लगभग इनमें से 130 पद भरे जा चुके है। 200 व्याख्याता वे है, जिनके साक्षात्कार हो चुके है। इनकी नियुक्ति जल्द करवा दी जाएगी। कोशिश यह रहती है कि कोर्ट में भर्तियां उलझे नहीं। इसके लिए भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता रखी जाती है।
ये भी रहे मौजूद
इस दौरान चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया, सैनिक कल्याण सलाहकार समिति अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर, पूर्व विधायक रिडमल सिंह, यूआईटी चेयरमैन हरिराम रणवां, विधायक रतनलाल जलधारी, धोद विधायक गोवर्धन वर्मा, जिला कलक्टर नरेश कुमार ठकराल, कुल सचिव राजेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज सिघांनिया, ग्यारसीलाल जाट, परीक्षा नियंत्रक मुनेश कुमार व ताराचंद धायल आदि मौजूद रहे। मंच का संचालन डॉ बबल शर्मा व डॉ. अशोक महला ने किया।
एक साल में पूरा हो जाएगा काम
विवि कुलपति प्रो. बीएल शर्मा ने कहा प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य एक साल में पूरा हो जाएगा। प्रबंध मंडल से स्वीकृति मिलने के बाद जून-जुलाई तक अन्य दोनों भवनों का भी काम शुरू दिया जाएगा। जमीन के लिए राज्य सरकार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षामंत्री व निशुल्क जमीन आवंटित कर नक्शे को पास करने के लिए यूआईटी चेयारमैन का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने कहा शैक्षणिक में 30 पद मिले है।
इनमें से 25 पदों पर भर्ती की अनुमति मिल गई है। सहशैक्षणिक के 53 पद स्वीकृत हुए है। जिनमें से 23 पदों पर भर्ती प्रक्रिया की अनुमति मिली है। इसके अलावा सरकार से पांच नए पीजी डिपार्टमेंट मिले है। उनमें सात पीजी प्रोग्राम चलाए जाएंगे। विवि के मुकदमों में कमी आई है।