सीकर जिला मुख्यालय स्थित जनाना अस्पताल में जिलेभर की प्रसूताएं आ रही हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कहीं चिकित्सक तो कहीं संसाधन नहीं हंै। इसक कारण कई प्रसूताएं सीधे जनाना अस्पताल ही आती हैं। जबकि 40 से 50 फीसदी रैफरल प्रसूताएं भी यहां पहुंच रही हैं। ऐसे में जनाना में पिछले कई दिनों से क्षमता से अधिक प्रसूताएं पहुंच रही हैं। भर्ती मरीजों के हिसाब से स्टाफ कम है। इस कारण चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ सामान्य प्रसव के लिए प्रयास ही नहीं कर पा रहे हंै।
50 फीसदी रैफर
जिला मुख्यालय पर सुविधाएं ज्यादा होने के कारण आम आदमी भी बजाए सीएचसी और पीएचसी पर जाने की बजाए प्रसूता को लेकर सीधे जनाना अस्पताल आ जाता है। इस कारण सिजेरियन का आंकड़ा बढ़ रहा है। अस्पताल में सुजानगढ़ व लाडनू सहित जिले भर से प्रसूताएं आती हैं। पचास फीसदी प्रसूताएं बिना रैफर हुए आती हैं। स्टाफ कम होने के बावजूद सिजेरियन करवाने पड़ते हैं। – डा. बी.एल. राड़ ,प्रभारी, जनाना अस्पताल, सीकर
स्वास्थ्य से खिलवाड़
सिरेजरियन प्रसव से महिलाओं की सेहत पर असर पड़ रहा है। ऑपरेशन से मां बनने वाली महिलाओं को सामान्य स्थिति में आने में छह माह से भी अधिक समय लग जाता है।