जानकारी के अनुसार जवान कमल किशोर बिजारणिया श्रीनगर में तैनात था। अपनी ड्यूटी के दौरान कमल किशोर अपनी टीम के साथ मिशन पर था। इसी दौरान वह अचेत होकर गिर गया। इसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। प्रथम दृष्ट्या माना जा रहा है सांस लेने में तकलीफ या हार्ट अटैक के कारण उसका निधन हो गया। जैसे ही जवान के शहीद होने का समाचार बटालियन के साथियों व गांव में ग्रामीणों को लगा तो शोक की लहर छा गई।
जवान कमल किशोर 2016 में सेना में भर्ती हुआ था और 2017 से आर्मी में 123 टीए ग्रेनेडीर बटालियन इको कंपनी में श्रीनगर नगर तैनात था। जवान कमल किशोर का शुक्रवार सुबह पार्थिव देह बाई प्लेन जयपुर पहुंचा, जहां से जवान की पार्थिव देह को सेना के ट्रक में सड़क मार्ग से श्रीमाधोपुर लाया गया। श्रीमाधोपुर के बाईपास स्थित हावड़ा मोड़ पर जब जवान का पार्थिव पहुंचा तो वहां मौजूद लोगों ने जवान कमल किशोर अमर रहे, भारत माता की जय के नारे लगाए।
यहां से सेना के ट्रक को फूलों से सजाया कर और तिरंगे में लिपटी जवान की पार्थिव देह को तिरंगा बाइक रैली के साथ पैतृक गांव पटवारी का बास के लिए रवाना हुए। इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीण और स्कूली छात्र-छात्राओं ने हाथों में तिरंगा लहराते हुए जब तक सूरज चांद रहेगा कमल किशोर का नाम रहेगा और भारत माता के जयकारे लगाते चल रहे थे।
शाहिद की पार्थिव देह घर पहुंचती घर में कोहराम मच गया और वीरांगना व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। शहीद कमल किशोर को श्रद्धांजलि देने यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती, खंडेला विधायक सुभाष मील, पूर्व केंद्रीय मंत्री महादेव सिंह खंडेला, सीकर जिला कलक्टर कमर उल जमान चौधरी, एएसपी गजेन्द्र सिंह जोधा, सीओ खण्डेला इंसार अली, थानाधिकारी जाजोद अशोक सिंह, सेना के सीओ नरेंद्र सिंह सहित सेना के जवानों पुष्प चक्र अर्पित कर अंतिम विदाई दी।