गौरतलब है कि डेढ़ साल पूर्व इसी अस्पताल की दो कमरों की पट्टियां टूटकर गिर गई थी परंतु गनीमत थी कि उस समय कोई मरीज वहां मौजूद नहीं था। आदर्श पीएचसी की आधी से ज्यादा हिस्से की हालत काफी दयनीय है।
बाकी आधे हिस्से की छत में से मिट्टी निकल रही है, जिससे पूरे भवन की छत टपक रही है। हालांकि 7 अप्रैल 2018 को झाड़ली पीएचसी को आदर्श पीएचसी घोषित कर 7 लाख का बजट जारी करने की घोषणा श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा ने की थी परंतु आज तक एक भी रुपए प्राप्त नहीं हो पाया है।य हां तक कि अस्पताल आने वाले मरीज भी अस्पताल में आने से घबराने लगे हैं।
झाड़ली पीएचसी प्रभारी डॉक्टर अरुण शर्मा ने बताया कि कलेक्टर नरेश ठकराल तथा बीसीएमएचओ डॉ ओपी झरवाल सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी को इस संबंध में हर मीटिंग में वह पत्र भेजकर अवगत करवा दिया गया है परंतु अभी तक कोई भी राहत नहीं मिली है।
आदर्श पीएचसी की औसत ओपीडी 100 है। काफी संख्या में मरीज आते हैं लेकिन स्थानाभाव के चलते उपचार करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत झाड़ली सरपंच राजेश देवी कुड़ी का कहना है कि इस पीएचसी का निर्माण भामाशाह द्वारा करवाया गया था परंतु यह आज जर्जर अवस्था में है इसके निर्माण के लिए एस्टीमेट बनवाने पर 35 लाख का खर्चा बताया गया है परंतु विधायक ने सात लाख देने की घोषणा की थी जो काफी नहीं कि वह भी अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं। इसलिए एस्टीमेट के हिसाब से पुन: रुपए स्वीकृत हो जिससे कार्य प्रारंभ करवाया जा सके।
इस संबंध में सीकर सीएमएचओ डॉक्टर अजय चौधरी का कहना है कि अनिता राज की टीम से सर्वे कराकर निदेशालय को दो कमरों की टूटी छत तथा एक कमरा जीर्ण-शीर्ण होने की रिपोर्ट निदेशालय को प्रेषित कर दी गई है तथा बजट की मांग की गई है।