शेखावाटी सहित कई जिलों के कामगार फ्लाइट सेवा शुरू होने की जानकारी मिलने पर गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए। लेकिन उनके वैक्सीन की दोनों डोज भारत में ही लगने की वजह से उनको मंजूरी नहीं मिल सकी। ऐसे में कई कामगारों को वापस लौटना पड़ा।
कोरोना की वजह से खाड़ी में काम करने वाले कामगारों की मुसीबत भी बढ़ी है। कामगार वहां से छुट्टी लेकर तो आ गए लेकिन जाने की राह कई महीनों से बंद थी। दुबई सरकार ने नियमों में बदलाव के साथ कुछ वर्गो को छूट दी है। इन लोगों को भी आरटीपीसीआर रिपोर्ट साथ लेकर जानी होगी। इसके अलावा वहां से जीडीआरएफए या आईसीए से अनुमति लेनी होगी। जिन लोगों के वैक्सीन की दोनों डोज भारत में लगी है उनको फिलहाल इंतजार ही करना पड़ेगा।
इमरान खान कासली, खाड़ी मामलों के जानकार
बल्लुपुरा गांव निवासी पूरणमल बाजिया दुबई की एक कंपनी में एचआर विभाग में कार्यरत है। वह अप्रेल से पहले ही वहां की दोनों डोज ले चुके है। सरकार के छूट का ऐलान करते ही उन्होंने जाने की तैयारी कर ली है। उन्होंने बताया कि वह शुक्रवार तक टिकट सहित अन्य दस्तावेज तैयार कर लेंगे। उनको भी दो महीने से वहां जाने का इंतजार था।
कासली गांव निवासी सद्दाम हुसैन पिछले पांच सालों से दुबई की एक ग्लास कंपनी में कार्यरत है। इसी साल वह दो महीने की छुट्टी पर आ गए। इस दौरान कोरोना की दूसरी लहर की वजह से लॉकडाउन लग गया। ऐसे में वह दुबई नहीं जा सके। उनको वहां की सरकार के नए नियमों का इंतजार है। हुसैन ने दोनों डोज अपने देश में ही ली है। इस वजह से वह पहले फेज में नहीं जा पा रहे है।