scriptप्रदेश के 15 हजार कामगारों की खुली राह, 80 हजार को अभी भी इंतजार | Open road for 15 thousand workers, 80 thousand still waiting | Patrika News
सीकर

प्रदेश के 15 हजार कामगारों की खुली राह, 80 हजार को अभी भी इंतजार

विद्यार्थी, सरकारी कर्मचारी, मेडिकल टीम के सदस्य व निवेशकों को बिना वैक्सीनेशन के भी छूट

सीकरAug 07, 2021 / 01:06 am

Ajay

दुबई में वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले कामगारों की खुली राह

दुबई में वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले कामगारों की खुली राह

सीकर.
पिछले तीन महीने से दुबई जाने की राह देख रहे कामगारों के लिए थोड़ी राहतभरी खबर है। दुबई सरकार ने वहां दोनों वैक्सीन की डोज लेकर भारत आने वाले कामगारों को वापस बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। दिल्ली व केरल से पहली फ्लाइट गुरुवार को रवाना हो गई। जबकि प्रदेश की राजधानी जयपुर से नौ अगस्त से फ्लाइट शुरू होगी। इससे प्रदेश के 15 हजार कामगारों के रोजगार की राह खुल गई है। जबकि भारत में वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले लगभग 80 हजार कामगारों को अभी और इंतजार करना होगा। इसके अलावा दुबई सरकार ने विद्यार्थी, वहां के सरकारी कर्मचारी, मेडिकल टीम के सदस्य व निवेशकों को बिना वैक्सीजन के भी आने की छूट दी है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अप्रेल महीने से कामगार दुबई नहीं जा पा रहे थे। लेकिन अब वहां की सरकार ने छूट दी है।
कई लोग पहुंच गए लौटना पड़ा निराश
शेखावाटी सहित कई जिलों के कामगार फ्लाइट सेवा शुरू होने की जानकारी मिलने पर गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए। लेकिन उनके वैक्सीन की दोनों डोज भारत में ही लगने की वजह से उनको मंजूरी नहीं मिल सकी। ऐसे में कई कामगारों को वापस लौटना पड़ा।
एक्सपर्ट व्यू: दूसरे कामगारों की जगी आस
कोरोना की वजह से खाड़ी में काम करने वाले कामगारों की मुसीबत भी बढ़ी है। कामगार वहां से छुट्टी लेकर तो आ गए लेकिन जाने की राह कई महीनों से बंद थी। दुबई सरकार ने नियमों में बदलाव के साथ कुछ वर्गो को छूट दी है। इन लोगों को भी आरटीपीसीआर रिपोर्ट साथ लेकर जानी होगी। इसके अलावा वहां से जीडीआरएफए या आईसीए से अनुमति लेनी होगी। जिन लोगों के वैक्सीन की दोनों डोज भारत में लगी है उनको फिलहाल इंतजार ही करना पड़ेगा।
इमरान खान कासली, खाड़ी मामलों के जानकार
और ऐसे समझें कामगारों की राहत व परेशानी को

केस एक: वहां की ले चुके दोनों डोज, मिली अनुमति
बल्लुपुरा गांव निवासी पूरणमल बाजिया दुबई की एक कंपनी में एचआर विभाग में कार्यरत है। वह अप्रेल से पहले ही वहां की दोनों डोज ले चुके है। सरकार के छूट का ऐलान करते ही उन्होंने जाने की तैयारी कर ली है। उन्होंने बताया कि वह शुक्रवार तक टिकट सहित अन्य दस्तावेज तैयार कर लेंगे। उनको भी दो महीने से वहां जाने का इंतजार था।
केस दो: छुट्टी बिताने आए, अब इंतजार
कासली गांव निवासी सद्दाम हुसैन पिछले पांच सालों से दुबई की एक ग्लास कंपनी में कार्यरत है। इसी साल वह दो महीने की छुट्टी पर आ गए। इस दौरान कोरोना की दूसरी लहर की वजह से लॉकडाउन लग गया। ऐसे में वह दुबई नहीं जा सके। उनको वहां की सरकार के नए नियमों का इंतजार है। हुसैन ने दोनों डोज अपने देश में ही ली है। इस वजह से वह पहले फेज में नहीं जा पा रहे है।

Hindi News / Sikar / प्रदेश के 15 हजार कामगारों की खुली राह, 80 हजार को अभी भी इंतजार

ट्रेंडिंग वीडियो