Crime in Sikar : उन्होंने बताया कि रात को गाडी का दरवाजा खोलने की आवाज आई तो उसकी आंख खुल गई। इसके बाद डालमास के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर संदीप, सुरेंद्र, राकेश, श्रवण, महेश व अमित सहित एक दर्जन बदमाश ने उसका मुंह दबा लिया। उसे कैंपर में पीछे की सीट पर पटक दिया। उसे मारपीट करते हुए अपहरण कर ले गए। उन्होंने बताया कि उसे सुनसान जगह पर ले गए। कैंपर से उतार कर उसे बदमाशों ने मिलकर मारा। लाठी-डंडों से मारपीट कर उसके दोनों पैर तोड़ डाले। उसके पास से एक लाख 35 हजार रुपए निकाल लिए। इसके बाद उसे बोरी में बंद कर कैंपर में डालकर वापस रामूकाबास तिराहे पर पटक गए। आवाज सुनकर वहां पर सो रहे अन्य लोग उठे तो बोरी में से खून निकलते हुए देखा। बोरी खोल कर देखी तो उसमें हरीकृष्ण लहुलुहान अवस्था में था।
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गांव में भी पहुंचे बदमाश, बेटियों को उठा ले जाने की दी धमकी
चुन्नी देवी ने बताया कि अपहरण कर मारपीट की घटना का पता लगने पर पूरा परिवार अस्पताल में आ गया। इसके बाद बदमाश गांव में पहुंच गए। वहां पर पुत्रवधू पाना देवी घर में अकेली थी। उसके साथ बदमाशों ने मारपीट की। उसे धमकी दी कि अब भी नहीं माने तो तुम्हारी बेटियों को उठा कर ले जाएगें और बलात्कार करके पटक जाएगें।
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कोर्ट में बयान देने से हुई दुश्मनी
चुन्नी देवी ने बताया कि 8 साल पहले बकरी को ले जाने के कारण विवाद हुआ था। उन्होंने चूनाराम के साथ मारपीट की थी। तब पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद गवाह बना लिया था। कोर्ट में उसने उनके खिलाफ गवाही दे दी थी। उसके बाद से ही बदमाश जान से मारने और बेटियों को उठा ले जाने की धमकी दे रहे है।