एफआईआर में रैगिंग, हत्या का आरोप
पिता रमेशचंद्र खांट ने एफआइआर में आरोप लगाते हुए लिखा है कि उसका बेटा हनिमेश खांट एसके मेडिकल कॉलेज सीकर में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। उनका बेटा कुछ दिनों से परेशान था। वह बताता था कि कुछ सीनियर उसे रैगिंग के नाम पर आए दिन परेशान करते थे। यह भी आरोप लगाया है कि अभियुक्तों ने सीसीटीवी कैमरों से भी छेड़छाड़ की है। बेटे की हत्या व अभियुक्तों के बचाव में कुछ प्रभावशाली मेडिकल प्रशासन की भूमिका हो सकती है।
लापरवाही: सीसीटीवी कैमरे खराब, सवालों के घेरे में इंतजाम
राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी (राजमेस) के तहत प्रथम चरण में प्रदेश के जिला मुख्यालय भरतपुर, भीलवाड़ा, चूरू, डूंगरपुर, पाली, बाड़मेर एवं सीकर में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए है। इसमें एमबीबीएस के स्टूडेंट्स से सालाना करीब 7.87 लाख रुपए फीस ली जाती है। इसके साथ ही हॉस्टल व खाने का खर्चा अलग से है। इसके बाद भी एसके मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल के सीसीटीवी कैमरे सही नहीं करवाए। ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही पर भी लोगों ने गुस्सा जाहिर किया।
इनका कहना है.
जयपुर से मेडिकल बोर्ड से पोस्टर्माटम रिपोर्ट के बाद जांच करेंगे कि यह मर्डर है या सुसाइड। यदि पोस्टमार्टम रिपोर्ट व पुलिस जांच में मर्डर पाया गया तो जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे।
रामचंद्र मूंड, एडिशनल एसपी, सीकर