आरोपी नरेश नेक्सा के नाम पर ठगी करने वाले आरोपियों से पैसे व जमीन लेकर पीड़ितों से केस उठावाए थे। नेक्सा के ठगों से कंपनी चलने के दौरान लोगों से खूब पैसा निवेश कराकर रुपए कमाए और अब नेक्सा के मुख्य आरोपियों व पीड़ितों दोनों को झांसा देकर करीब 136 करोड़ रुपए कीमत की जमीनें व नकदी ठग ले गया था। आरोपी ने अमित नोयडा के नाम से कार खरीदी थी, अमित भी नेक्सा में आरोपी है।
संस्था बनाकर झांसे में ले करवाए थे समझौते
नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के आरोपियों के भागने के दो माह बाद 18 मार्च 2023 को लोक नव निर्माण समित का सहकारिता विभाग में 18 मार्च 2023 को पंजीयन करवाया था। समिति के नाम से संस्था रजिस्टर्ड करवाकर नेक्सा के पीड़ित लोगों से समझौता करवाने का काम शुरू करवा दिया था। आरोपी नरेश काजला व उसके साथियों ने पीड़ितों को जमीन या पैसा दिलवाने का झांसे देकर अब भी न्यायालय में ले जाकर व स्टांप पर लिखवाकर समझौते करवाए थे। लोक नव निर्माण समित के अध्यक्ष रूघाराम, सचिव विनोद कुमार ढिल्लन व कोषाध्यक्ष जितेंद्रसिंह, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश के साथ ही सदस्य हरिप्रसाद सामोता, विधाधर, खुमानसिंह सहित कुल सात लोग बनाए गए थे।
ठगी के पैसों से की जमकर ऐश
आरोपी नरेश काजला ने ठगी से पैसों से जमकर ऐश की। पुलिस सूत्रों के अनुसार उसने नेक्सा एवरग्रीन धोलेरा सिटी के हजारों पीड़ितों के केस वापस उठवाकर उन्हें उनके पैसे या पैसे के बदले जमीन दिलवाने का झांसा दिया था। आरोपी नरेश काजला ने धोलरो सिटी के पास ही दूसरी सोसायटी के 136 प्लॉट्स लिए थे, जो पीड़ितों को देने थे लेकिन उन्हें इसने करीब 136 करोड़ में बेच दिए थे। प्लॉट्स के बेचने इससे आए रुपयों को गुजरात के अहमदाबाद में लग्जीरिया ग्रुप के साथ मिलकर प्रोपट्री आदि खरीद रहा था। आरोपी ने अहमदाबाद में वीआईपी सोसायटी में 40 हजार रुपए में लग्जरी मकान किराए पर ले रखा था। आरोपी ने वहां चार लाख रुपए का फर्नीचर भी खरीदा था। सेवानिवृत्ति के बाद विवादित जमीनों से कब्जे छुड़वाता
आरोपी नरेश काजला ने सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद लोगों से विवादित प्रोपर्टी लेकर उन पर कब्जे करता था। आरोपी ने नेक्सा में रुपए निवेश किए थे। इसके बाद कमिशन अधिक लेने के चक्कर में काफी लोगों को इस कंपनी में पैसे निवेश भी कराए थे। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, प्लॉट व जमीन ठगने के कई मामले पहले से दर्ज हैं।
सिमकार्ड, गाड़ी व मकान बदलता रहता
आरोपी नरेश काजला लंबे समय से फरार था। फरारी के दौरान वह हर बार नया सिमकार्ड उपयोग में लेता था और अहमदाबाद के गुजरात, धोलेरा सिटी, जयपुर, झुंझुनूं सहित कई राज्यों में फरारी काटी। फरारी के दौरान आरोपी हर बार अलग वाहन का उपयोग करता और हर 15 से 20 दिन में वह मकान बदल लेता था। आरोपी ने पत्नी व अन्य जानकारों के नाम से हर जगह अलग-अलग सिमकार्ड उपयोग में ली और कुछ दिन बाद उस सिमकार्ड को फैंक कर दूसरा सिमकार्ड व मोबाइल उपयोग में लेता था। महिलाओं से मारपीट के मुकदमे भी हैं दर्ज
पुलिस के अनुसार आरोपी नरेश काजला सहित रुघाराम, विनोद ढिल्लन, जितेंद्र चौहान, ओमप्रकाश उर्फ ओपी उर्फ टोपी, और नवलगढ़ निवासी विक्रम आदि ने भैंरूपुरा में मोहित के मकान में तोड़फोड़ की थी। उनके खिलाफ महिलाओं से अभद्र व्यवहार करने का मामला भी दर्ज हुआ था। इस मामले के सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास हैं।
यू-ट्यूब पर वीडियो डालकर डराता था
आरोपी नरेश काजला ने डर का कारोबार चलाया। वह फेसबुक व यूट्यूब पर वीडियो बनाकर अपलोड करता था और पीड़ितों को डराते हुए कहता था कि इस मामले में जेल में बंद आरोपियों के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज नहीं कराए, कंपनी पर रेड पड़ी हुई है, जल्द ही सभी के पैसे वापस मिल जाएंगे।
इनका कहना है..
आरोपी नरेश काजला को हमने पकड़ लिया है। आरोपी लंबे समय से फरार था, उसके लिए हमने स्पेशल टीमें बनाकर कई जगह भेजी थीं। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही सारे घटनाक्रम का खुलासा करेंगे। गजेंद्रसिंह जोधा, अतिरिकक्त पुलिस अधीक्षक, सीकर