सीकर में भी पकड़ी थी फर्जी फर्म
पिछले दिनों श्याम मेडिकल एजेंसी ने पूरे प्रदेश में करीब एक करोड़ की दवा का बेचान किया था। दवा में जुकाम, बुखार, एंटीबाइटिक सहित सौ से अधिक प्रकार की दवाइयां शामिल थी। रिपोर्ट के अनुसार जांच में विभाग को बिना लाइसेंस दवा बांटने वाली 13 फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करानी पड़ी।
एक जनवरी 2014 से दिसंबर 2014 तक औषधि नियंत्रक विभाग को 133 प्रकार की दवा कम गुणवत्ता की मिली। 39 फर्मों के लाइसेंस सस्पेंड किए गए। जिनमें बिक्री व उत्पादन के लाइसेंस शामिल हैं। गंभीर स्थिति वाली 14 फर्मों के खिलाफ कोर्ट केस भी किए गए।
एक जनवरी 2015 से दिसंबर 2015 तक विभाग को 43 तरह की दवा जांच में अवमानक मिली। जिनमें तीन के खिलाफ कोर्ट केस व आठ के लाइसेंस सस्पेंड किए गए। निरीक्षण के दौरान विभाग को बिना लाइसेंस संचालित हो रही 13 फर्मों के बारे में भी पता चला, जिनके खिलाफ थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई।
विभाग की ओर से हर वर्ष औसतन 75 नमूने लिए जाते हैं। पिछले तीन वर्षों के दौरान करीब 250 प्रकार की दवाएं अवमानक निकली हैं। प्रयोगशाला पर कार्य भार ज्यादा होने के कारण 2017 के नमूने की रिपोर्ट आनी बाकी है।
– मनोज गढ़वाल, ड्रग कंट्रोलर सीकर