मुख्यालय के आदेश के अनुसार प्रत्येक डिपो में बस सारथी और सांख्यिकी विभाग में अनुबंध पर स्टॉफ लिया जा सकेगा। जिससे निगम के राजस्व में बढ़ोतरी होगी वहीं बसों में बेहतर और प्रशिक्षित स्टॉफ की सेवाएं मिलने से यात्रियों का सफर सुरक्षित हो सकेगा। प्रत्येक डिपो के सांख्यिकी विभाग में स्वीकृत पदों की तुलना में कार्मिकों की कमी को देखते हुए निगम प्रशासन निर्देश जारी किए हैं।
इसलिए कवायद
रोडवेज प्रबंधन का कहना है कि अनुबंध पर नियुक्ति से न केवल कर्मचारियों की कमी दूर होगी, बल्कि सेवाओं में भी सुधार होगा। यह निर्णय यात्रियों को समय पर और बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लिया गया है। वहीं कर्मचारी की चयन प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता आधारित होने से रोडवेज कर्मचारियों पर पड़ रहा काम का अतिरिक्त बोझ कम होगा। अब तक कई रूट पर स्टॉफ की कमी के कारण कई बार बसों का संचालन बीच-बीच में रोकना पड़ता है। इनका कहना है
सीकर डिपो में परिचालक के 45 व चालक के 40 पद रिक्त चल रहे हैं। अनुबंध पर बस सारथी लेने से निगम की बसों के संचालन के साथ राजस्व भी बढ़ेगा। जिससे गांव-ढाणियों तक
राजस्थान रोडवेज की पहुंच होगी। डिपो में 43 बस सारथी लगाने से रोडवेज में परिचालकों की कमी दूर होगी। संचालन बढ़ने से निगम के साथ लोगों को फायदा होगा।