फाटक बंद पर जताई पीड़ा
राधाकिशपुरा के लोग रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए पहुंचे। स्टेशन पर पहुंच कर लोगों ने डीआरएम सौम्या माथुर को फाटक के बंद होने पर आ रही परेशानी को बताया। इस दौरान लोग फाटक के पास ही दो घंटे तक सांकेतिक धरना देकर बैठे रहे। धरने पर लोगों का कहना था कि ओवरब्रिज के नाम पर क्षेत्र के लोगों को रेलवे के अधिकारी ही गुमराह कर रहे है। इस दौरान वक्ताओं ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी जमकर आक्रोश जताया। वक्ताओं ने कहा कि लगातार मांग के बाद भी जनप्रतिनिधि मामले में गंभीरता नहीं बरत रहे है। करीब आधा घंटे पर पूरी जानकारी के बाद डीआरएम सीधे फाटक नम्बर 195 पर पहुंची। वहां निरीक्षण कर पूरी जानकारी ली। इस दौरान डीआरएम ने लोगों को आश्वस्त किया कि मामले में स्थानीय निकाय की मदद भी ली जाएगी। फाटक के लिए जल्द ही तकनीकी अधिकारी भेजा जाएगा।
आरपीएफ, जीआरपी अलर्ट
राधाकिशनपुरा फाटक की मांग को लेकर रैली के रूप में कॉलोनी के लोगों के पहुंचने की सूचना पर आरपीएफ व जीआरपी पुलिस पूरी तरह अलर्ट रही। रेलवे स्टेशन पर पुलिस का जाब्ता कई जगहों पर लगाया गया। इसके अलावा फाटक के पास सांकेतिक धरना स्थल पर भी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। जिससे डीआरएम के दौरे के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हो।
क्वार्टर में पशुपालन को लेकर नाराजगी
रेलवे स्टेशन के निरीक्षण पर आई डीआरएम सौम्या माथुर ने रेलवे कर्मचारियों के लिए बने क्वार्टर का भी निरीक्षण किया। रेलवे कॉलोनी में क्वार्टर में पशुओ को देखकर डीआरएम भी अंचभित हुई। डीआरएम ने अधिकारियों से पशुपालन पर नाराजगी जताई तो एक कर्मचारी ने बताया कि क्वार्टर से ही डेयरी का भी संचालन हो रहा है। जिस पर डीआरएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए पूरी रिपोर्ट तलब की है। इससे पूर्व प्लेटफार्म पर पानी की व्यवस्था सुचारू नहीें होने पर भी अधिकारियों पर नाराजगी जताई गई। स्टेशन पर निर्माण कार्य के दौरान गड्डों को देखकर वहां बेरिकेट्स लगाने के निर्देश दिए। कर्मचारियों ने कॉलोनी के ड्रेनेज सिस्टम में सुधार की मांग की।