महाराष्ट्र की तरह राजस्थान में भी गाय को ‘राज्य माता’ घोषित करने की उठी मांग, इस MLA ने सीएम को लिखा पत्र
Rajasthan News: महाराष्ट्र की तरह राजस्थान में भी गाय को ‘राज्य माता’ का दर्जा देने की मांग उठी है। इसी कड़ी में एक विधायक ने मुख्यमंत्री सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है।
Rajasthan News: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महायुति सरकार ने देसी गायों को ‘राज्य माता’ का दर्जा देने का फैसला किया है। इसके बाद राजस्थान में भी गाय को राज्य माता का दर्जा देने की मांग उठने लगी है। इसी कड़ी में धोध विधायक गोवर्धन वर्मा ने राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि जनमानस में गौ माता के प्रति आस्था को देखते हुए राजस्थान में भी गौ माता को राज्य माता घोषित करें।
दरअसल, धोध विधायक गोवर्धन वर्मा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखते हुए कहा कि, सनातन धर्म में गौ माता का सर्वप्रथम स्थान है। अखिल भारतीय संत समिति एवं गौ सेवा परिषद राजस्थान द्वारा गौ माता के संरक्षण हेतु गौ माता को राष्ट्रीय माता घोषित करवाने की मांग निरन्तर रूप से की जा रही है।
उन्होने आगे कहा कि भारतवर्ष के समस्त गौ भक्तों की जतभावनाओं को ध्यान में रखते हुए व संविधान के अध्याय 4 के अनुच्छेद 48 में संशोधन उपरान्त गौ हत्या पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाकर सभी राज्यों में एक समान कानून बनाया आना अतिआवश्यक है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रदेश में गौ माता को राज्य माता घोषित कर, गौवंश की रक्षार्थ सराहनीय कदम उठाया गया है।
गोवर्धन वर्मा ने लिखा कि भारतीय गौवंश को बचाने हेतु कड़े कदम उठाकर सरकारी गौशालाओं का निर्माण किया जायें। गौवंश की हत्या पर हत्यारों को मृत्यु दण्ड का प्रावधान किया जावें। प्रधानमंत्री रोजगार योजना की तर्ज पर प्रत्येक परिवार को एक या दो गौवंश देकर उनको जीवनयापन में मदद की जायें। साथ ही गौ पालन को प्रोत्साहित कर सफेद क्रांति लाकर प्रदेशवासियों को नकली दूध से छुटकारा दिलाया जा सकता है।
अंत में उन्होंने सीएम भजनलाल से मांग करते हुए लिखा कि जनमानस में गौ माता के प्रति आस्था को देखते हुए राजस्थान में भी गौ माता को ‘राज्य माता’ घोषित कराये जाने की कृपा करें। दरअसल, गोरधन वर्मा 2023 के विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी से विधायक बने हैं, उन्होंने कांग्रेस ने जगदीश प्रसाद दानोदिया और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (M) के पेमा राम को हराया है।