ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी के अनुसार मृत्यु के सबसे बड़े पांच कारण कोरोनरी आर्टरी डीजिज, सीओपीडी, स्ट्रोक, डायरियल डीजिज, नियोनेटल डिस्आर्डर प्रमुख है समय रहते इन बीमारियों पर जिला स्तर पर काबू कर लिया जाए तो मरीजों की जान बचाई जा सकती है। इसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
5 से 20 लाख की आबादी वाले 274 जिलों में दो सौ बैड की क्षमता वाले अस्पताल में क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनेगा। जिला अस्पताल में तीन सौ बैड क्षमता पर 75 बैड और तीन सौ से ज्यादा बैड वाले अस्पतालों में 100 बैड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाया जाएगा। क्रिटिकल केयर ब्लॉक में 10 बैड आईसीयू और हाई डिपेंडंसी यूनिट में 6 बैड, 24 आइसोलेशन बैड, 2 आइसोलेशन रूम, 2 डायलिसिस, 2 एमसीएच, 5 इमरजेंसी बैड जिनमें 2 रेड, 2 यलो और 1 बैड ट्राइएज वाले होंगे। दो ऑपरेशन थियेटर, दो एलडीआर व एक प्वांइट ऑफ केयर लैब होगी।