3 दिन में 15 लाख भक्तों ने बाबा के दरबार में लगाई धोक निर्जला एकादशी… खाटूश्यामजी में भक्तों का रैला कौन हैं बाबा खाटूश्यामजी? बाबा खाटूश्यामजी को कलयुग के देवता के रूप में पूजा जाता है। इनका मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। बाबा खाटूश्यामजी को बर्बरीक भी कहा जाता है।
इतिहास कहा जाता है कि बाबा खाटूश्यामजी महाभारत काल में घटोत्कच और हिडिम्बा के पुत्र थे। कुरुक्षेत्र युद्ध में उन्होंने दोनों पक्षों को परास्त करने की प्रतिज्ञा ली थी। भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें समझाया कि युद्ध में नैतिकता का पालन करना ज़रूरी है।
बाबा खाटूश्यामजी ने भगवान श्रीकृष्ण को अपना शीश दान कर दिया। मंदिर बाबा खाटूश्यामजी का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। यह मंदिर हर साल लाखों भक्तों को आकर्षित करता है।
महत्व बाबा खाटूश्यामजी को कलयुग के कलिकारक माना जाता है। इनकी पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कैसे पहुंचें बाबा खाटूश्यामजी का मंदिर जयपुर से सड़क मार्ग और रेल मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
दर्शन का समय मंदिर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है। आरती का समय सुबह 7 बजे और शाम 7 बजे आरती होती है। दिर के आसपास
मंदिर के आसपास कई दुकानें हैं जहां से भक्त पूजा सामग्री और स्मृति चिन्ह खरीद सकते हैं।