शनिवार को यहां केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि राजनीति में विश्वसनीयता सबसे बड़ी पूंजी होती है। भाजपा प्रत्याशी को नसीहत दी कि जनता से कभी वादे मत करना। जनता का आशीर्वाद लेना, ताकि भाजपा उनकी कसौटी पर उतर सके।जनसंघ के जमाने से चुनावी एजेंडा उठाकर देख लीजिए, हमारी पार्टी ने एक-एक कर सभी वादा पूरा किया है। चाहे भगवान राम का मंदिर, कश्मीर से धारा 370 हटाया जाना या फिर नागरिकता कानून लागू करना हो। रक्षामंत्री ने विपक्षी दल के शासन काल को हुकूमत का नाम दिया।
रक्षामंत्री ने कहा कि चुनावों में देश का धन बर्बाद न हो, इसके लिए भविष्य में वन नेशन वन इलेक्शन पर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए कमेटी का गठन किया है। सभी चुनाव एक साथ होंगे तो देश पर कई चुनाव कराने का आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। जनता का समय भी बर्बाद नहीं होगा।
रक्षामंत्री ने कहा कि वे पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और मुख्यमंत्री भी रहे। पहले जब मध्य प्रदेश का जिक्र होता था तो इसकी गणना बीमारू राज्यों में होती थी। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बधाई के पात्र हैं। उन्होंने लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश को विकासशील राज्य बनाया है। अब नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आगे का कार्य कर रहे हैं।
रक्षामंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास जनता के बीच बात करने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। वे क्या बोलेंगे? उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार इतने चरम पर था कि मंत्रियों को ही जेल हो जाती थी। भाजपा के कार्यकाल में एक भी ऐसा उदाहरण देखने को नहीं मिलेगा। पहले हर साल आतंकी हमला होता था। भाजपा के शासन काल में कोई आतंकी घटनाएं देखने-सुनने को नहीं मिली हैं। 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों को समृद्ध बनाने का वादा किया। कहा-भाजपा सरकार किसानों को समृद्ध बनाने को लेकर कार्य कर रही है। अधिक उपज होने पर किसानों को औने पौने दाम पर उपज न बेचना पड़े, इसके लिए सवा लाख करोड़ रुपए के बजट से देशभर में भंडारण गृह तैयार किया जा रहा है। किसान वहां अपनी उपज रखकर कीमत बढऩे तक का इंतजार कर सकेंगे।
केंद्रीयमंत्री सिंह जनता के सामने फिल्मी अंदाज में भी दिखे। फिल्म मैंने प्यार किया के गाने तू चल मैं आई का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा ही रिश्ता कांग्रेस का करप्शन से है। करप्शन कहता है ऐ कांग्रेस तू चल मैं आई। जहां कांग्रेस आई वहां करप्शन आया। भारत की राजनीति में कांग्रेस का वर्चस्व था, अब गिने चुने राज्यों में बची है।