मल्हीपुर व सिरसिया थाना क्षेत्र के सागर गांव, जमुनहा, ककरदरी, श्रीनगर, ताल बघौड़ा, भचकाही, भौआ नाका और सोंपथरी बीओपी चौकियों पर एसएसबी जवानों की तैनाती है। लेकिन चौकियों से कुछ किलोमीटर दूर से तस्कर सीमा पार से नेपाली शराब, चरस, अष्टधातु की मूर्तियां आदि भारतीय क्षेत्र में लाते और ले जाते हैं। सोहेलवा व ककरदरी जंगल तस्करी के मुख्य अड्डे हैं। अब तो जिले से यूरिया, डीएपी, सीमेंट, सरिया, डीजल आदि की तस्करी भी नेपाल के लिए हो रही है। नेपाल की तरफ से नेपाली शराब और चरस की खेप भारत पहुंच रही है। चाइनीज मटर, मावा आदि की बरामदी आम बात है।
भारतीय क्षेत्र से-लकड़ी, खाद, दाल और आटोपार्टस,यूरिया,डीएपी
नेपाल की तरफ से-शराब, गर्म मसाला, जाली नोट, मादक पदार्थ व कनाडियन मटर तस्करी के लिए सुरक्षित रास्ते
श्रावस्ती के अलावा बहराइच और महराजगंज जिले के जिगिनिहा बैरियर, अहिरौली घाट, राजमंदिर, सोनपिपरी घाट, जोगियाबारी, कुड़वा घाट, परसिया, बैरिया, चंडी थान, सुंडी घाट, बरगदवा थाना क्षेत्र के पिपरा-अशोगवां, कनरी-चकरार ,परसामलिक थाना क्षेत्र के खैरहवां दुबे, पड़ौली-ङ्क्षझगटी सहित नौतनवा व निचलौल तहसील क्षेत्र के विभिन्न नाकों से तस्करी हो रही है।