ऐसे ढही विजयानंद स्कूल की दीवार
मंगलवार की दोपहर कक्षा 9 की क्लास शिक्षक मुंशीराम वर्मा ले रहे थे। कक्षा में 38 बच्चे मौजूद थे, जो सभी टाटपट्टी पर बैठकर पढ़ रहे थे। इसी बीच लगभग डेढ़ बजे एकाएक दीवार व नीचे का फर्श ढह गया। चूंकि यह स्कूल टीलेनुमा जगह पर बना हुआ है तथा दीवार खंडे मिट्टी की होने से उसका बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिया। जो बच्चे दीवार की तरफ बैठे थे, उनमें से चार बच्चे मिट्टी-पत्थर के साथ बाहर की तरफ गिरकर दब गए। जिन्हें स्थानीय लोगों ने बमुश्किल निकाला। सूचना करने के आधा घंटे बाद नगर परिषद की जेसीबी मौके पर पहुंची। पहले यह चर्चा थी कि एक बच्चा लापता है, लेकिन बाद में पता चला कि वो मामूली रूप से घायल था, इसलिए घर चला गया। स्कूल के जिस कक्ष की दीवार ढही है, उस पर छत की जगह टीनशेड लगा हुआ था।
अगले सात दिन में हम पोहरी-बैराड़ क्षेत्र के सभी स्कूलों का स्थल निरीक्षण करवाएंगे तथा ऐसा स्कूल भवन यदि कोई मिलता है, तो संबंधित को उसे दुरुस्त करने के निर्देश देंगे। यह स्कूल शासकीय हुआ है या नहीं, इस बारे में तहसीलदार बता पाएंगे। इस मामले की भी हम जांच करवा रहे हैं।
मुकेश सिंह, एसडीएम पोहरी
स्कूल भवन में छत की जगह टीनशेड लगी थी तथा जो दीवार ढही है वो खंडों की थी। हमने नगर परिषद सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि यदि भवन की दूसरी दीवारें भी ऐसी कंडीशन में हैं तो उन्हें ढहा दिया जाए। साथ ही इस मामले की जांच भी की जाएगी। चार बच्चे घायल हो गए थे, जिनमें से तीन को शिवपुरी भेज दिया है।
रामनिवास धाकड़, तहसीलदार
यह स्कूल 2002 में शासकीय हो गया था, तथा दो साल पूर्व ही सुप्रीम कोर्ट से जीतने के बाद उसका पैसा जारी किया गया था। इस हादसे के पीछे क्या वजह रही, किन हालातों में स्कूल का संचालन हो रहा है। हमने इस घटना से जिलाधीश को भी अवगत करा दिया है।
हरिओम चतुर्वेदी, डीईओ शिवपुरी