लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण और शहरी इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। नरवर का लखना तालाब ओवरफ्लो हो गया है। ओवरफ्लो होने के कारण गांव में चारों तरफ पानी भरने लगा है। ओवरफ्लो हुआ तालाब का पानी खेतों में भर गया है।
तेज बारिश में कई नाले उफान पर हैं, पुलिया डूब चुकी हैं। लेकिन तेज बहाव के बीच से भी कुछ लोग जान से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे। यहां एक पिकअप वाहन ने पानी के तेज बहाव से निकलने की कोशिश की। लेकिन तेज बहाव के साथ वह पानी में बह गया। तेज बहाव की चपेट में आए 4 लोगों को ग्रामीणों ने रेस्क्यू कर बचाया।
बता दें कि
मध्य प्रदेश मौसम विभाग (IMD) ने आज भी 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेशभर के डैमों में पानी का लेवल फिर से बढ़ रहा है और डैमों के गेट खोले जा रहे हैं।
मड़िखेड़ा डैम के 4 गेट खोले
बता दें कि लगातार हो रही बारिश के कारण मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित मड़िखेड़ा डैम (Manikheda Dam) के 4 गेट खोले (4 Gate Opened) गए हैं। यहां कैचमेंट एरिया में हो रही लगातार बारिश के कारण डैम छलक पड़ा। एहतियातन यहां मंगलवार को डैम के 4 गेट खोले गए। इन 4 गेटों से 680 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। डैम के आसपास के निचले इलाकों में लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। शिवपुरी में 11-14 सितंबर तक भारी बारिश का Orfa
IMD ने मध्य प्रदेश के
शिवपुरी जिले में आज 11-12-13-14 सितंबर को भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बता दें कि जबकि पिछले 24 घंटे में यहां 2.4 इंच पानी गिरा है।
इधर प्रदेश भर में बारिश की बात करें तो एमपी में मानसून सीजन में 34.0 इंच बारिश औसतन दर्ज की जाती है। लेकिन इस बार मानसून 2024 में अब तक सीजन की 37.1 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो औसत बारिश से 3.14 इंच ज्यादा है।
जानें सितंबर में क्यों हो रही भारी बारिश…
IMD भोपाल के मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह का कहना है कि ओडिशा के आसपास डीप डिप्रेशन का केंद्र बना हुआ है। यह ओडिशा पोस्ट को पार करते हुए मंगलवार सुबह उत्तरी छत्तीसगढ़ और इससे लगे क्षेत्रों में एक्टिव हो चुका है। इसके कारण प्रदेश के नर्मदापुरम, जबलपुर, भोपाल संभाग के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी रहा। मानसून ट्रफ (Monsoon Trough) भी मध्य प्रदेश के गुना, उमरिया होते हुए डिप्रेशन के सेंटर से गुजर रही है। इसके साथ ही साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम (Cyclonic CirculationSystem) भी एक्टिव है।
बंगाल की खाड़ी से ज्यादा मात्रा में नमी आ रही है। अरब सागर से भी हवाएं आ रही हैं। इन सभी मानसून एक्टिविटी के कारण मध्य प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है।
अगले 24 घंटे में भी सिस्टम की एक्टिविटी इसी तरह बनी रहेगी। वहीं 12 सितंबर से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम थोड़ा कमजोर होना शुरू होगा। लेकिन कई जिलों में तेज बारिश का दौर तब भी जारी रहेगा। इस दौरान भोपाल, सागर और ग्वालियर संभाग में 14 सितंबर तक भारी बारिश का दौर चलेगा।