शिवपुरी शहर में घरों से कचरा कलेक्शन करने के लिए 30 गाडिय़ां वर्तमान में नगरपालिका की चल रही हैं, जबकि शहर में 39 वार्ड हैं। इन गाडिय़ों पर तैनात स्टाफ का वेतन व दो डंपर के स्टाफ का वेतन व डीजल खर्च के अलावा शहर में 350 से अधिक सफाईकर्मियों के वेतन पर लगभग 35 लाख रुपए हर महीने खर्च होता है। इसके अलावा अभी हाल ही में 18 लाख की चार मशीनें भी आई हैं।
ट्रेचिंग ग्राउंड पर कचरे की छंटाई के साथ ही उससे खाद बनाने की चार नई मशीनें अभी तीन-चार दिन पहले ही लाई गईं हैं। नपा के जिम्मेदारों का यह प्रयास है कि शहर से निकलने वाले कचरे का खाद बनाकर उसका उपयोग किया जाएगा।
शहर में कचरा प्रबंधन के लिए सबसे पहले तो डंङ्क्षपग स्टेशन हटाए जाएं तथा बड़े डस्टबिन रखकर उनमें कचरा डालने के बाद हर दिन डंपर में पलटकर ट्रेंङ्क्षचग ग्राउंड ले जाया जाए। जिसके घर या दुकान के पास कचरा पड़ा मिले, उस पर जुर्माना करना चाहिए।
अभिनंदन जैन, सोशल वर्कर
करेंगे कचरा प्रबंधन
स्वच्छता सर्वेक्षण होने वाला है। अभी 18 लाख की चार मशीनें लाई गईं हैं, जिसे इंस्टॉल करने के बाद उसकी ट्रेङ्क्षनग कर्मचारियों को दी जाएगी। मशीनों से कचरे को अलग-अलग करके उससे खाद आदि बनाया जाएगा। शहर में मौजूद डंङ्क्षपग स्टेशन भी खत्म किए जाएंगे।
डॉ. केशव सगर, सीएमओ नपा