बारिश के मौसम में जब नदी-नाले उफनते हैं तथा पानी का बहाव तेज हो जाने से कई बार लोग घरों में या घरों के बाहर पानी में फंस जाते हैं। पहले तो पानी में फंसे लोगों की स्थिति को समझना मुश्किल होता था, लेकिन अब वो किन हालातों में हैं, यह एसडीआरएफ की टीम (sdrf) अपने मोबाइल पर देख सकेगी, क्योंकि उनके पास अब ड्रोन आ गया है। इसके अलावा अन्य संसाधन भी उपलब्ध हो जाने से अब टीम को बचाव कार्य में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आएगी।
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शिवपुरी एसडीआरएफ के पास पहले दो स्पीड बोट थीं, जिसमें और वृद्धि हो गई। कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने एसडीआरएफ को न केवल एक बोट उपलब्ध कराई, बल्कि उनमें अलग से लगने वाले पांच इंजन भी उनके पास हैं। इसके अलावा एसडीआरएफ की टीम के सदस्यों को आपस में बात करने के लिए 10 वॉकी-टॉकी एवं एक ड्रोन कैमरा भी टीम को दिलवाया है। अब यदि किसी जगह कोई पानी के बीच में फंसा है, यह सब देखने के लिए ड्रोन कैमरा भी मिल गया है। जो बड़ा मददगार साबित होगा।
शिवपुरी एसडीआरएफ के पास पहले दो स्पीड बोट थीं, जिसमें और वृद्धि हो गई। कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने एसडीआरएफ को न केवल एक बोट उपलब्ध कराई, बल्कि उनमें अलग से लगने वाले पांच इंजन भी उनके पास हैं। इसके अलावा एसडीआरएफ की टीम के सदस्यों को आपस में बात करने के लिए 10 वॉकी-टॉकी एवं एक ड्रोन कैमरा भी टीम को दिलवाया है। अब यदि किसी जगह कोई पानी के बीच में फंसा है, यह सब देखने के लिए ड्रोन कैमरा भी मिल गया है। जो बड़ा मददगार साबित होगा।