जानकारी के अनुसार, बदरवास में लुकवासा से लेकर अटलपुर तक हाइवे पर सैकड़ो गाय बैठी हैं। हर रोजदर्जन भर से ज्यादा गाय हादसों का शिकार होकर अपनी जान तक गवा रही हैं। चुकी बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत अलग अलग ग्राम पंचायतों ने 20 गोशाला बनाई गई थीं। गोशाला बनाने का उद्देश्य यही था कि, आसपास टहल रही गाय और आवारा मवेशियों को ठहरने के लिए स्थाई जगह हो। ये गोशाला बनने के कुछ समय तक चलीं, लेकिन उसके बाद बंद हो गईं। बताया जाता है कि, गोशाला संचालन के लिए बजट नहीं मिलने से शोपीस बन गई हैं। इससे मवेशी इधर उधर रहकर आमजन और किसानों की मुसीबत बने हुए हैं। मवेशियों के कारण हादसों में भी इजाफा होता जा रहा है।
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युवाओं की टीम कर रही घायल गायों का उपचार, विभाग झाड़ देते हैं पल्ला
बदरवास में वर्तमान में हाइवे पर लुकवासा से लेकर अटलपुर तक बैठने बाली गायों को जो भी घायल है उसको ललित शर्मा, हेमंत ग्वाल, सुखबीर जाटव समेत उनकी टीम लगातार आपस में धन इकट्ठा कर उक्त घायल गायों का उपचार कर रही है। जबकि, पशु विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला ये कहकर झाड़ देता है कि, हमें ऊपर से सामान ही नहीं दिया जा रहा है, तो हम उपचार कैसे कर सकते हैं।
राशि आहरण होने के बाद भी अधूरी पड़ी गोशाला
बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत 20 गौशाला बंद कर तैयार करने हेतु शासन के द्वारा उक्त 20 ग्राम पंचायतों को कुल राशि उनकी खाते में धारण करने हेतु डाल दी गई थी> लेकिन, हालात ये हैं कि, उनमें से मैं कुछ गौशाला ही कंप्लीट होकर तैयार हुई है, बाकि बची गौशालाएं आजतक अधूरी पड़ी हुई हैं।
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किस ग्राम पंचायत को मिली गोशाला वर्तमान हालात
1-अगरा–कम्प्लीट– गाय नहीं
2 सुमेला—कम्प्लीट— गाय नहीं
3 अटलपुर–कम्प्लीट–गाय नहीं
4-अटलपुर कम्प्लीट-गाय नहीं
ग्राम पंचायत–राशि—-आहरण
1-बामोरकला–37.8486–0.052-खरैह-27.7191— 27.1458
3-अकझिरी-37.8486- 0.0228
4-आकोदा37.8486-19.4788
5 अलावदी 37.8486 24.9717
6-झूलना 37.8486-29.9291
7-माढा 37.8486–11.4533
8-मथना 37.8486-37.7343
9 सढबुढ़ 37.8486-36.5264
10-सालोंन 37.8486– 29.5513
11-सिंघारई 37.8486-36.434
12-टामकी 37.8486– 28.7773
13–तरावली 37.8486– 0
14 टीलाकला 37.8486– 9.1821
15 टाठी 37.8486-34.7959
16-बिजरोनी 37.8486– 0.0989
जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
सुमेला पर एक ही दिन में एक दर्जन गाय हादसे का शिकार हुई हैं। चुकी वर्तमान में सड़कों पर गाय सड़को पर ज्यादा बैठी रहती हैं, लेकिंन इनकी ओर कोई ध्यान नहीं देता है। वर्तमान में लगातार विगत एक माह से गाय प्रत्येक दिन हादसे का शिकार हो रही हैं, लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान ही नहीं है।
क्या कहते है जिम्मेदार?
मामले को लेकर बदरवास जनपद के सीईओ एल एन पिप्पल का कहना है कि, ये व्यवस्था पशु विभाग देखता है और उन्ही से इनकी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लो। रही अपूर्ण गोशाला राशि आहरण की बात तो में उनको दिखवाता हूं। शीघ्र निर्माण करें अन्यथा कार्यवाही की जाएगी। हालांकि, पशु विभाग बदरवास खड चिकित्सा अधिकारी अगाथा तुर्की का कहना है कि, यह व्यस्था जनपद की है और आप उन्ही से पूछें।