16 से 19 अक्तूबर तक जुन्गा में
शिमला उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में बैठक हुई। फ्लाइंग फेस्टिवल 16 से 19 अक्तूबर तक जुन्गा में होगा। उपायुक्त कहा कि इस प्रतियोगिता का जुन्गा में दूसरी दफा आयोजन हो रहा है, जिसमें दुनियाभर से प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।
देश-विदेश के प्रतिभागी एवं पर्यटक आएंगे
कश्यप ने सभी अधिकारियों को इस दौरान आने वाले देश-विदेश के प्रतिभागी एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को असुविधा न हो। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को इस दौरान कानून एवं व्यवस्था, ट्रैफिक संचालन, पार्किंग आदि की सुचारु व्यवस्था के आवश्यक निर्देश दिए व लोक निर्माण विभाग को क्षेत्र की सड़कें दुरस्त करने के आदेश दिए। इसी प्रकार उन्हाेंने विद्युत विभाग को इस दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए।
अप्रिय घटना पर पाया जा सके काबू
उन्होंने फेस्टिवल के दौरान प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सभी व्यवस्थाएं तैयार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान एसडीआरएफ तथा अग्निशमन के जवानों को भी तैनात करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना पर तुरन्त काबू पाया जा सके।
बैटल आफ द बैंड्स
उन्होंने कहा कि फेस्टिवल के दौरान बैटल आफ द बैंड्स का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें क्षेत्र भर से प्रतिभावान बैंडस् एक रोमांचक मुकाबले में भाग लेने के लिए एकत्रित होंगे। फेस्टिवल के दौरान प्रत्येक दिन लोगों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय एवं जिला की संस्कृति प्रदर्शित की जाएगी।
हाॅस्पीटेलिटी एक्सपो में लगेंगी 60 स्टाॅल
फेस्टिवल के दौरान हाॅस्पीटेलिटी एक्सपो का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें लगभग 60 प्रदर्शक अपने स्टाॅल स्थापित करेंगे। इसके अतिरिक्त, पर्यटन एवं हाॅस्पीटेलिटी से जुड़े विभिन्न विषयों पर सेमीनार एवं सामूहिक चर्चा का आयोजन भी होगा। इस दौरान निदेशक, अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीच्यूट् आफ माउंटेनरिंग एंड अलाईडस्पोर्टस अविनाश नेगी वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में जुड़े। उपायुक्त ने उन्हें फ्लाइंग फेस्टिवल के लिए तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाने को भी कहा।
प्रदेश में पर्यटन पूरी तरह से बिगड़ गया था
गौरतलब है कि हिमाचल में आई भारी बाढ़ के बाद प्रदेश पर्यटन पूरी तरह से बिगड़ गया था। उसे फिर से पटरी पर लाने के लिए उत्तर भारतीय पहाड़ीरिसॉट्र्स माउंट जुंगा उपनगर पैराग्लाइडिंग के उड़ान उत्सव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इसका आयोजन शिमला से 25 किलोमीटर दूर जंगल में एक खास यात्रा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस साल बारिश के मौसम में हिमाचल को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। इस क्षेत्र में व्यवसाय को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। यहां के स्थानीय लोग भी इस फेस्टिवल से खुश हैं और उनका भी मानना है कि इससे पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा।भारी बारिश और भूस्खलन से प्रदेश में करीब 12 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। केंद्र से आई टीमों के आकलन के बावजूद आपदा के नाम पर एक फूटी कौड़ी नहीं मिल पाई है। इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार की ओर से 4500 करोड़ का पैकेज जारी किया गया है। प्रदेश की वित्तीय हालत खराब है, इसके बावजूद विकास की गति को कम नहीं होने दिया है।
कई बौद्ध मठ है मौजूद
बता दें कि बीर हिमाचल प्रदेश में जोगिंदर नगर घाटी के पश्चिम में स्थित एक गांव है। इस “भारत की पैराग्लाइडिंग राजधानी” के रूप में भी जाना जाता है। बीर गांव पर्यावरणीय पर्यटन, आध्यात्मिक अध्ययन और ध्यान के लिए भी एक प्रसिद्ध केंद्र है। यहां कई बौद्ध मठ हैं, कई तिब्बती मठ भी है। बारिश के मौसम के बाद अब यहां पर्यटक खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।